अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मैं कवि एवं कवित्रीयों ने बांधा समा दर्शकों ने जमकर बजाई तालियां।

दैनिक समाज जागरण विजेंद्र सिंह बबराला



गुन्नौर। राजघाट गंगा घाट पर मां गंगा की भव्य महाआरती के तृतीय वार्षिकोत्सव के उपलक्ष में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन रोटरी क्लब बबराला गंगा, मां गंगा जन कल्याण समिति द्वारा बबराला के बगीचा वेंकट हाल में कराया गया।सर्वप्रथम उपजिलाधिकारी रामकेश धामा तहसीलदार देवेंद्र मणि त्रिपाठी समिति अध्यक्ष अतुल गोयल एवं योगेंद्र सिंह यादव एडवोकेट भगवान सिंह यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपनी पेंटिंग से देश में महारत हासिल कर चुकीं ममता राजपूत ने मंच पर बच्चों से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कराया। कवि सम्मेलन में कवयित्री राधिका मित्तल ने कहा कि सांवरा तू है, मै सांवरी हो गई,प्यार में तेरे बाबरी हो गई।
कवयित्री प्रीति अग्रवाल ने पढ़ा कि अब देश में देश द्रोहियों गद्दारों की दाल नहीं गलने देंगे।
कवि लटूरी लठ्ठ ने सुनाया कि प्रेम सन्देशा हाथ ले,आंगन खड़ा बसन्त।
शकुंतला है बाग में,ठेके पर दुष्यंत।।
कवि अभय सिंह निर्भीक ने कहा कि भारत माता का हरगिज सम्मान नहीं खोने देंगे।
अपने पूज्य तिरंगे का अपमान नहीं होने देंगे।।
कवि डॉ अक्षत उर्मिलेश बदायूं ने भारत की आजादी के लिए हुए वीर शहीदों के सपनों के भारत एवं आज के भारत पर कविता पेश की। कार्यक्रम के अंत में कवि सम्मेलन में भाग लेने आए अधिकारी समस्त कवि एवं कवित्री पत्रकारों एवं बच्चों सहित सम्मानित लोगों को समिति अध्यक्ष अतुल कुमार भोला समिति के सदस्यों तथा योगेंद्र यादव द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ कैलाश वार्ष्णेय, अखिलेश अग्रवाल, एडवोकेट भगवान सिंह यादव, दयाशंकर आर्य, ममता राजपूत, सोनू गोयल, सत्येंद्र कुमार गौतम, समिति के सदस्य एवं सैकड़ों महिला व पुरुष दर्शक मौजूद रहे।