रात भर नदियों में ट्रैक्टरों का ताण्डव देखते बनता है, 12 घण्टे की मिलती है अवैध

गौरव द्विवेदी
अनूपपुर

यूं तो सत्यमेव जयते का पाठ पुलिस को पढ़ाया जाता है और अब सत्यमेव जयते के मायने ही बदल गये हैं। सत्य के साथ खिलवाड़ करने का काम बेहिचक, बेधड़क रूप से चल रहा है। थानों में अवैध कार्यों को अंजाम देने वाले थाने के मुखिया केवल अपनी भरपाई करने में लगे हैं और पूरा मोहकमा केवल उस जगह दौड़ लगा रहा है जहां उन्हें उसकी उचित कीमत नहीं मिलती।

अनूपपुर जिले में रेत के कारोबार के लिये एसोसिएटेड कॉमर्स को ठेका दिया गया है और इस ठेके के माध्यम से नदियां भी चिन्हित की गई हैं। ताकि रेत का उत्खनन कर उसका विक्रय किया जा सके। ऐसा नहीं है कि एसोसिएटेड कॉमर्स प्रशासनिक अफसरों को खुश करने में कहीं कोई कोर-कसर बाकी रखता हो। लेकिन किस तरह से और कहां अवैध कार्यों को अंजाम देना है यह तो पुलिस से अच्छा कोई नहीं जानता।

चचाई क्षेत्र के केलावरी, कोतवाली अनूपपुर क्षेत्र के सोनमऊ हरि में इन दिनों रेत के अवैध उत्खनन का कारोबार चरम पर है और नदियों से बेधड़क रेत चुराने का काम किया जा रहा है। जानकारों की अगर मानें तो चचाई एवं अनूपपुर पुलिस नदियों से रेत निकलवाने के लिये ट्रैक्टर संचालकों को नियमित रूप से सांय 5.00 बजे से टॉपअप जारी करती है और जिसका टॉपअप डल जाता है वो रात भर रेत चुराने का काम बेधड़क रूप से कर सकता है।

बल्कि यूं कहें कि प्रति ट्रैक्टर के हिसाब से टॉपअप डालने का काम किया जा रहा है। अपुसष्ट सूत्रों की मानें तो 3 हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर रेत चुराने के हिसाब से अवैध लायसेंस जारी होता है और यह कारोबार प्रतिदिन का बन चुका है। ऐसी भी चर्चा है कि विगत दिनों एक ट्रैक्टर संचालक ने एक ट्रैक्टर का टॉपअप जमा किया और 2 ट्रैक्टरों को दौड़ा दिया गया। देखते ही देखते पुलिस ने उसके दूसरे ट्रैक्टर को जप्तकर डाला। अब यह कहानी कितनी सही है यह तो नहीं कहा जा सकता। लेकिन क्षेत्र में चर्चा जोरों पर है कि रात भर ट्रैक्टर चालक आसपास की नदियों एवं जंगल के अंदर से भी रेत चुराने का काम निडर होकर कर रहे हैं और जैसे ही सुबह 8 बजते हैं तो यह सारे ट्रैक्टर अपने-अपने ठिकानों पर खड़े हो जाते हैं। इनके लिये किसी भी प्रकार की कोई बंदिश नहीं है और यदि बंदिश है तो केवल इस बात की, कि आप को प्रतिदिन सांय 5 बजे टॉपअप डलवाना पड़ेगा।

कहा तो यहां तक जा रहा है इस व्यवसाय में कुछ और भी लोग शामिल है, पर उनके लिये स्पष्ट रूप से कोई बात सामने नहीं आई है। चचाई थाना अंतर्गत क्षेत्र में खुलेआम अवैध पैमाने का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है और पुलिस केवल अपना मकसद पूरा करने में जुटी हुई है। ऐसे में लगभग कितने का टॉपअप प्रतिदिन डलता होगा इसका अंदाज तो केवल संबंधित थाने के लोग ही लगा सकते हैं।

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