काशी हिंदू विश्वविद्यालय में वाणिज्य संकाय का 104वां दीक्षांत समारोह संपन्न, छात्रों को मिली उपाधि

मेधावी छात्र छात्राएं राष्ट्र की धरोहर : प्रो. एच. के. सिंह

मूल्य आधारित शिक्षा, चरित्र निर्माण और राष्ट्र भक्ति से भारत बनेगा विश्वगुरु : प्रो. हरीश चंद्र सिंह राठौर

मालवीय जी के मूल्यों पे चलना होगा सफलता के लिये :प्रो पी नाग

♦️वाणिज्य संकाय के दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक पाकर खिले विद्यार्थियों के चेहरे

वाराणसी।

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय में 104वां दीक्षांत समारोह भव्य रूप से आयोजित किया गया। इस अवसर पर पीएचडी, एम.कॉम, एमबीए और बी.कॉम (ऑनर्स) के हजारों छात्रों को उपाधियाँ प्रदान की गईं। समारोह में विद्यमान उत्साह और प्रेरणा का माहौल था, जहां छात्रों को उनके समर्पण और मेहनत के लिए सम्मानित किया गया।

समारोह के प्रमुख अतिथि, संकाय प्रमुख प्रो. एच. के. सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “मेधावी छात्र-छात्राएं हमारे राष्ट्र की धरोहर हैं। यही वे लोग हैं, जो देश की तरक्की में योगदान करेंगे।” उन्होंने छात्रों को उनके जीवन में श्रेष्ठता की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया और यह भी कहा कि छात्रों का यह योगदान भारत को एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र बनाने में सहायक होगा।

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे प्रो. हरीश चंद्र सिंह राठौर ने मूल्य आधारित शिक्षा, चरित्र निर्माण और राष्ट्र भक्ति को सर्वोपरि बताते हुए छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “हमारे देश की शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान अर्जन नहीं, बल्कि एक बेहतर इंसान बनाना है। राष्ट्रभक्ति और अच्छे आचार-विचार के साथ शिक्षा का मिलाजुला प्रभाव ही भारत को विश्वगुरु बना सकता है।”

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व कुलपति और विशिष्ट अतिथि प्रो. पी नाग ने बी.कॉम, एम.कॉम और एमबीए के स्वर्ण पदक विजेताओं को सम्मानित किया। उन्होंने पंडित मदन मोहन मालवीय जी के जीवन दर्शन और उनके आदर्शों पर भी प्रकाश डाला। प्रो. नाग ने विद्यार्थियों को मालवीय जी के मूल्यों को आत्मसात करने की सलाह दी, जो उन्हें जीवन में सफलता की दिशा में मार्गदर्शन करेंगे।
संकाय में खुशी और उत्साह का वातावरण

समारोह में प्रो. ओ. पी. सिंह, प्रो. अखिल मिश्रा, प्रो. फते बहादुर सिंह, प्रो. धनंजय साहू, प्रो. प्रियंका गीते, प्रो. एस. सी. दस, डॉ. अवधेश सिंह, डॉ. लाल बाबू जायसवाल, डॉ. मीनाक्षी सिंह, डॉ. ईशी मोहन, डॉ. चिन्मय रॉय, डॉ. आशीष कांत चौधरी, डॉ. शशि यादव, डॉ. आँचल सिंह, डॉ. वंदना श्रीवास्तव, डॉ. वंदना सोनकर, डॉ. राखी गुप्ता, डॉ. विकास जयसवाल, डॉ. विनीता सिंह, डॉ. आलोक, डॉ. कुरैशी, डॉ. नेहा, डॉ. सूर्या समेत अन्य शिक्षकगण भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों के बीच खुशी और उत्साह का माहौल था। दीक्षांत समारोह ने सभी को प्रेरित किया और विद्यार्थियों के लिए एक नई यात्रा की शुरुआत की।