बिना मुआवजा के छीना जा रहा है आदिवासियों का जमीन।

दैनिक समाज जागरण (ब्यूरो चीफ) पूर्वी सिंहभूम
चांद कुमार लायेक 18 7 2023

पुत्रुरु टोल प्लाजा की आस पास की जमीन का बिना सही मुआवजा दिए अगर हम गरीब आदिवासियों की जमीन को एनएचएआई द्वारा अपना बताया जा रहा है तो आ जाए मैदान में हम सभी ग्रामीण तैयार हैं~ चंदन कुमार (रैयत प्रतिनिधि)

विगत 2 वर्षों से एनएचआई द्वारा हम लोगों को जबरन परेशान किया जा रहा है। पहला तो 5th शेड्यूल एरिया में बिना ग्रामसभा के अपने मर्जी से अधिग्रहण की घोषणा करना लोक हित में कार्य ना करके उक्त स्थान को व्यवसायिक प्रयोग में लगाकर अपना आमदनी बढ़ाना चाहता है NHAI जिसका जीता जागता उदाहरण हम लोगों के गांव में किया गया अमृत सरोवर योजना के आड़ में बत्तख और मछली पालन करने के लिए भाड़े में तलाब उपलब्ध कराने और धालभूमगढ़ में एनएचआई की जमीन पर किसी निजी व्यक्ति को पेट्रोल पंप भाड़े पर देना है अब जबरन हम लोगों की जमीन को जिसका हम लोगों ने मुआवजा तक नहीं लिया है उसको NHAI का जमीन कहना जो कि सरासर गलत है और इससे लगता है कि झारखंड में हम आदिवासियों के साथ एनएचएआई शोषण कर रहा है जिसका वक्त आने पर मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा हम लोगों ने शुरू से आज तक लिखित के माध्यम से हर चीज को जिले के बड़े से बड़े अधिकारी को अवगत करा कर रखा है हम लोगों का मुआवजा कम होने के कारण हम लोगों ने आर्बिट्रेशन में अपना पक्ष रखा था उसको भी NHAI द्वारा ठुकरा दिया गया। आर्बिट्रेशन का फैसला आने के बाद हम लोगों ने इसका शिकायत झारखंड सरकार तथा हमारे माननीय विधायक रामदास सोरेन जी को भी अवगत कराया हुआ है जिसमें उनका हस्तक्षेप हो चुका है हमारे माननीय विधायक रामदास सोरेन जी हमारे साथ शुरू से ही समर्थन में है और सारे विषय वस्तु को जानते भी हैं। इसके साथ साथ हम लोगों ने झारखंड पंचायती राज समिति के अध्यक्ष महोदय को भी इस विषय पर लिखित में आवेदन दिया है जिसका भी जवाब अभी तक आना बाकी है। पिछले 2 वर्षों से एनएचआई के कारण हम लोगों ने उक्त जमीन में ना कृषि ना ही जीविका चलाने के लिए कोई साधन किया था। लेकिन पिछले 6 महीनों से हम लोगों ने अपनी जीविकोपार्जन चलाने के लिए अपना अपना जगह पर काम कर रहा है इसके बावजूद अगर एनएचएआई हम पर दबाव डालता है और अगर हमारा पेट पर लात मारता है तो आने वाले दिन में हो सकता है हमारे सारे रैयत द्वारा टोल प्लाजा को बंद कर दिया जाएगा। एनएचएआई अपना गुंडागर्दी जल्द से जल्द बंद कर दे वरना इसका परिणाम इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा और इसी माध्यम से हम लोग जिला प्रशासन को भी अवगत कराना चाहते हैं कि हमारे साथ गलत ना हो वरना जो भी होगा उसका दोषी जिला प्रशासन ही होगा।