दिल्ली पुलिस ने रजौली पुलिस के सहयोग से दो साइबर अपराधियों को दबोचा एक करोड़ एक लाख रुपये,16 मोबाइल व 25 एटीएम कार्ड किया जब्त

गुड्डू कुमार, संवाददाता, दैनिक समाज जागरण
वारिसलीगंज (नवादा):-रजौली थाना क्षेत्र के जोगियामरन पंचायत के तिलैया गांव से दिल्ली पुलिस ने रजौली पुलिस के सहयोग से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी ने बताया कि बीती रात्रि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के एसआई मानवेद्र के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम साइबर फ्रॉड के केस में अनुसंधान एवं छापेमारी को लेकर रजौली थाना पहुंची।रजौली थाना में पदस्थापित एसआई धीरज कुमार सिंह व एसआई अविनाश कुमार सशस्त्र बल के साथ एक टीम बनाकर तकनीकी सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस के एसआई के साथ रजौली थाना अंतर्गत तिलैया गांव में छापेमारी किया।छापेमारी के दौरान तिलैया गांव निवासी सुरेन्द्र मांझी के पुत्र प्रह्लाद कुमार के घर से नालन्दा जिले के कतरीसराय थाना क्षेत्र के कतरडीह गांव निवासी स्व जोधन भुइयां के पुत्र चन्दन कुमार को गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तार चन्दन के निशानदेही पर छापेमारी के क्रम में दूसरे आरोपित कतरीसराय थाना क्षेत्र के छाछु बिगहा गांव निवासी कपिलदेव सिंह के पुत्र गोपाल कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से नकदी एक करोड़ एक लाख रुपये के अलावा 16 मोबाइल एवं 25 एटीएम कार्ड बरामद हुई है।वहीं क्राइम ब्रांच के एसआई मानवेंद्र ने बताया कि बीते वर्ष एक दिसम्बर 2022 को दिल्ली क्राइम ब्रांच में मुंशी राम जैन के पुत्र जुगल किशोर जैन ने लिखित आवेदन देकर साइबर फ्रॉड के जरिये 58 लाख रुपये ठगने की बात बताई गई थी।जुगल किशोर जैन सीमेंट का थोक विक्रेता है, जिनसे गिरफ्तार ठगों ने जुगल किशोर जैन को अल्ट्रा टेक सीमेंट कम्पनी का मालिक बनकर कॉल किया साथ ही 200 रुपये प्रति बोरी की दर से सीमेंट बेचने का प्रस्ताव रखा, जिसको लेकर जुगल किशोर जैन द्वारा 58 लाख रुपये ठगों द्वारा बताए गए एकाउंट नंबर पर भेज दिया गया, किन्तु डिलीवरी नहीं होने पर यह मामला पुलिस के पास दर्ज हुई।उन्होने बताया कि अन्य 43 लाख बरामद रुपयों के बारे में भी गिरफ्तार ठगों से पूछताछ की जा रही हैं। बताते चलें कि फ्रॉड गिरी का हब कहे जाने वाले कतरीसराय से फैलते हुए यह धंधा रजौली थाना क्षेत्र के बंद कमरों में भी चलने लगा। इसी का नतीजा है कि तिलैया गांव से कतरीसराय के साइबर ठग को गिरफ्तार किया गया। कतरी सराय के ठगों के शिकार देश भर के लोग होते हैं। यही कारण है कि आए दिन यहां दूसरे राज्यों की पुलिस ठगों की तलाश में पहुंचते रहती है, यहां के ठग बड़े शातिर हैं और इनकी नेटवर्किंग भी तगड़ी है।दिल्ली से आए क्राइम ब्रांच के एसआई ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों की संलिप्तता अन्य साइबर ठगी मामलों में भी है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों को अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के बाद नवादा एवं नालन्दा न्यायालय में न्यायाधीश के समक्ष प्रस्तुत कर दिल्ली लेकर चले जायेंगे।