फुटहा तालाब जैतहरी: 10 वर्षों की समस्या का समाधान, नगर परिषद अध्यक्ष उमंग अनिल गुप्ता ने दिखाई तत्परता

जैतहरी नगर का ऐतिहासिक फुटहा तालाब, जो वर्षों से गंदगी और उपेक्षा का शिकार रहा, अब पुनर्जीवित होने की उम्मीदें जगा रहा है। लगभग 10 वर्षों से नाली का गंदा पानी सीधे तालाब में प्रवाहित हो रहा था, जिससे न केवल तालाब का पानी दूषित हो गया था, बल्कि यह स्थानीय पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बन गया था।

हालांकि, इस गंभीर समस्या की शिकायत पहले भी की गई थी। नगर परिषद पार्षद आनंद अग्रवाल ने 2014 में मौजूदा सीएमओ को इस संदर्भ में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उस समय न तो नगर परिषद और न ही मौजूदा सीएमओ और अध्यक्ष द्वारा कोई ठोस कदम उठाया गया।

हाल ही में, जब यह समस्या नगर परिषद अध्यक्ष उमंग अनिल गुप्ता के संज्ञान में आई, तो उन्होंने तुरंत निरीक्षण किया और इस मामले में तत्परता से कार्यवाही शुरू की।

अध्यक्ष उमंग अनिल गुप्ता ने निर्देश दिया कि गंदे पानी को तालाब में जाने से रोकने के लिए एक वैकल्पिक नाली का निर्माण किया जाए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही इस पर कार्य योजना तैयार की जाएगी और तालाब को साफ और सुसज्जित करने के लिए विशेष परियोजना चलाई जाएगी।

अध्यक्ष का बयान

“फुटहा तालाब जैतहरी की सांस्कृतिक और पर्यावरणीय धरोहर है। इसे स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। शीघ्र ही तालाब के जल को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त करने के लिए कदम उठाए जाएंगे, ताकि स्थानीय निवासियों को स्वच्छ पानी और एक सुंदर तालाब का लाभ मिल सके।”

आने वाले कदम

  1. वैकल्पिक नाली का निर्माण: गंदे पानी को तालाब में जाने से रोकने के लिए नई नाली बनाई जाएगी।
  2. सौंदर्यीकरण परियोजना: तालाब के चारों ओर सफाई और सौंदर्यीकरण के विशेष प्रयास होंगे।
  3. नियमित सफाई अभियान: तालाब के पानी को स्वच्छ बनाए रखने के लिए सफाई अभियान चलाए जाएंगे।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय नागरिकों ने नगर परिषद अध्यक्ष उमंग अनिल गुप्ता के इस कदम की सराहना की। उनका कहना है कि यह प्रयास न केवल तालाब को स्वच्छ बनाएगा बल्कि जैतहरी की सुंदरता और पर्यावरणीय संतुलन को भी बनाए रखने में मदद करेगा।

एक नई शुरुआत की उम्मीद

फुटहा तालाब, जो लंबे समय से उपेक्षित था, अब पुनर्जीवित होने की ओर है। नगर परिषद की इस सक्रियता ने यह संकेत दिया है कि जैतहरी का यह तालाब न केवल स्वच्छता का प्रतीक बनेगा, बल्कि यह नगर की सुंदरता और सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूती देगा।

Leave a Reply