पुलिस हेड कांस्टेबल के बाद कानपुर में विकास प्राधिकरण का कर्मी भी रिश्वत लेते गिरफ्तार

इसके पहले एसीपी गोविंद नगर कार्यालय का हेड कांस्टेबल भी रिश्वत लेते हुआ था गिरफ्तार

सुनील बाजपेई

कानपुर। यहां भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी कर्मचारियों पर सरकार का चाबुक लगातार चल रहा है। गोविंद नगर में एसीपी कार्यालय के हेड कांस्टेबल शाहनवाज खान को गिरफ्तार किए जाने के बाद इसी क्रम मे कानपुर विकास प्राधिकरण के कर्मचारी को भी आज मंगलवार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है। वह आवंटी से कॉलोनी की रजिस्ट्री कराने के नाम पर 10 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा था ।

जानकारी के मुताबिक वसंत विहार के रहने वाले दीपेंद्र शुक्ला का विश्वबैंक योजना में ईडब्ल्युएस का कॉलोनी है. दीपेंद्र का कहना है कि इसकी रजिस्ट्री कराने के लिए वह करीब दस साल से दौड़भाग कर रहे हैं. आरोप है कि साल 2013 से चक्कर लगाने के बावजूद अभी तक कॉलोनी की रजिस्ट्री नहीं हो पायी है. इतने वर्षोें में केडीए के चक्कर काट काट कर थक चुके दीपेंद्र शुक्ला ने विजिलेंस टीम से संपर्क किया. इसके बाद विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया । और आज मंगलवार दोपहर को ​केडीए की थर्ड फ्लोर में विश्वबैंक योजना के सेल विभाग में कार्यरत बेलदार नीरज मल्होत्रा को जैसे ही दीपेंद्र ने रिश्वत के दस हजार रूपए पकड़ाए, वैसे ही वहां पर आसपास मौजूद विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों धर दबोचा. इस दौरान यहां पर बड़ी संख्या में केडीए कर्मचारी भी मौजूद थे. विजिलेंस की टीम आरोपी बेलदार नीरज मल्होत्रा को दबोचते हुए उसे थर्ड फ्लोर से लेकर पोर्टिंको में आयी और कार में बैठाकर विभाग में भेज दिया. इस घटना के बाद केडीए के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा।

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