धबौली में स्वास्थ्य सेवा शुरू नहीं होने से लोगों में निराशा, ग्रामीणों ने सरकार से जल्द कदम उठाने की अपील

धबौली पंचायत के ग्रामीणों ने पूजा-पाठ के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित किया, कहा—”भवन बने 2 महीने हो गए, पर सेवा शुरू नहीं हुई”

धबौली ।

पतरघट प्रखंड के धबौली पंचायत में स्थित सबूज देवी पति निर्मल प्रसाद सिंह अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सेवाएं शुरू करने की मांग को लेकर स्थानीय ग्रामीणों और छठव्रतियों ने एक पूजा-पाठ कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान उन्होंने छठी मैया से विनती की कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग को सद्बुद्धि प्रदान हो, ताकि धबौली में स्वास्थ्य सेवाएं जल्द शुरू हो सकें।

धबौली युवा मंच के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में व्रति और श्रद्धालु मौजूद थे। पूजा के बाद, उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया और इस भवन में स्वास्थ्य सेवाएं शुरू करने की जोरदार मांग की। उनके अनुसार, स्वास्थ्य केंद्र का भवन तो लगभग दो महीने पहले बनकर तैयार हो गया था, और इसका उद्घाटन भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्य सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, सांसद दिनेश चंद्र यादव, विधायक रत्नेश सदा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा ऑनलाइन किया गया था। बावजूद इसके, अब तक इस केंद्र में कोई भी स्वास्थ्य सेवाएं शुरू नहीं हो पाई हैं।

स्वास्थ्य केंद्र में सेवाएं शुरू न होने से हो रही परेशानी
धबौली युवा मंच के अध्यक्ष चंद्रभानु सिंह पिंकू ने बताया कि धबौली पंचायत में तीन पंचायतें आती हैं, और यहां के लोग सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए भी अक्सर मधेपुरा या सहरसा जैसे दूर-दराज के शहरों में जाने को मजबूर होते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण यहां डॉक्टरों की पोस्टिंग तक नहीं की जा रही है। कुछ दिन पहले स्वास्थ्य कर्मियों की पोस्टिंग तो की गई थी, लेकिन उन्हें दूसरी जगह भेज दिया गया। इससे बड़ी संख्या में गरीब मरीजों को परेशानी हो रही है।

सामाजिक कार्यकर्ता संतोष कुमार सिंह (बचनू) ने कहा कि धबौली में अस्पताल भवन बनने के बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं शुरू न होने के कारण लोग गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं। उन्होंने छठी मैया से प्रार्थना की कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग को शीघ्रता से कार्य करने की सद्बुद्धि मिले, ताकि ग्रामीणों को इलाज के लिए बाहर न जाना पड़े।

स्वास्थ्य भवन के औचित्य पर उठ रहे सवाल
जमीन दाता प्रोफेसर निर्मल प्रसाद सिंह ने कहा कि भवन बनने के बावजूद स्वास्थ्य सेवाओं का शुरू न होना इस भवन के औचित्य पर सवाल उठाता है। उन्होंने आशंका जताई कि अगर सरकार ने जल्दी कदम नहीं उठाया, तो यह भवन सिर्फ एक दिखावा बनकर रह जाएगा, जिसका असल उद्देश्य पूरा नहीं हो सकेगा।

समाजसेविका प्रियंका कुमारी (बॉबी) ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के अन्य हिस्सों में स्वास्थ्य सेवाएं शुरू करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, लेकिन धबौली जैसे छोटे गांव में स्वास्थ्य सेवा शुरू नहीं होने से खासकर महिलाओं को बहुत परेशानी हो रही है।

ग्रामीणों का आंदोलन की चेतावनी
इस कार्यक्रम में अन्य उपस्थित लोगों में विजय कुमार सिंह, राम शंकर सिंह, उदय शंकर सिंह, प्रोफेसर संजय सिंह, अमरेंद्र कुमार, ब्रजेश, पूर्व मुखिया मुन्ना चौधरी, बीरबल कामती, बनारसी सिंह, बबलू पोद्दार, गजेंद्र राम, प्रभु राम, बिनोद रजक, कुमुद सिंह, और सुनील कुमार सिंह शामिल थे। सभी ने एकजुट होकर कहा कि अगर जल्द स्वास्थ्य सेवाएं शुरू नहीं की जातीं, तो वे इस मुद्दे पर जोरदार आंदोलन करेंगे।

ग्रामीणों ने इस मौके पर गीत गाकर भी सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की, और अपनी आवाज को बुलंद किया कि धबौली में स्वास्थ्य केंद्र की सेवाएं जल्द से जल्द शुरू की जाएं।

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