प्रतापगढ़ जिले ने 30 दिनों के अन्दर 2017 खेत तालाब स्थापित कर बनाया एलीट वर्ल्ड रिकार्ड,

समाज जागरण

विश्व नाथ त्रिपाठी


प्रतापगढ। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतापगढ़ जिले के जिला ग्रामीण विकास विभाग ने जिले के 17 ब्लाकों जिसमें 1148 ग्राम पंचायतों शामिल है में किसानों के लिये 2017 खेत तालाब स्थापित करने का विश्व रिकार्ड स्थापित करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इस पहल में शामिल श्रमिकों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना (एमजीएनआरईजीएस) के तहत कवर किया गया था, जिससे 30 दिनों से अधिक का निरन्तर रोजगार सुनिश्चित हुआ। इस उपलब्धि को ‘‘एलिट वर्ल्ड रिर्कार्ड्स’’ द्वारा ‘‘30 दिनों में एकाधिक स्थानों पर बनाये गये सर्वाधिक खेत तालाब’’ की श्रेणी में प्रमाणित किया गया जिसके क्रम में विकास भवन सभागार में केन्द्रीय टीम की मौजूदगी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। विकास भवन सभागार में 09 केन्द्रीय सदस्यी टीम क्रमशः डा0 प्रदीप कुमार कृष्णमूर्ति, डा0 सत्यश्री केदारीसेट्टी, अमित के0 हिंगोरानी, वेंकेटेशवरन के0 रविकुमार, बाला नागा सईं कृष्णा, राजेश ए0एन0 नन्जुन्दास्वामी, रक्षिता रंगास्वामी, भावना एन0 व डा0 बी0 शिवा कुमारन ने जनपद में 30 दिनों के अन्दर 2017 खेत तालाब स्थापित कर एलीट वर्ल्ड रिकार्ड बनाये जाने पर जिलाधिकारी संजीव रंजन, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सेहारा, जिला विकास अधिकारी राकेश प्रसाद, समस्त बीडीओ, डीसी मनरेगा की सराहना की और कहा कि यह जिला प्रशासन का महर्षि भगीरथ प्रयास है जैसे महर्षि भागीरथ ने माँ गंगा का धरती पर अवतरण करवाया था उसी प्रकार प्रमुख रूप से जिलाधिकारी संजीव रंजन एवं मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सेहारा एवं जिला विकास अधिकारी राकेश प्रसाद के प्रयासों का प्रतिफल है। केन्द्रीय टीम ने कहा कि जनपद में 2017 फार्म पान्ड स्थापित करना आसान कार्य नही है लेकिन जिला प्रशासन की टीम द्वारा जो कार्य किया गया वह बधाई के पात्र है। केन्द्रीय टीम ने कहा कि खेत तालाब स्थापित होने से आने वाली पीढ़ी के लिये एक प्रकार से उपहार है, खेत तालाब से विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते है, जल स्तर में काफी सुधार आयेगा। केन्द्रीय टीम ने बताया कि जनपद के 400 खेत तालाबों का निरीक्षण किया गया, प्रत्येक तालाब की लम्बाई न्यूनतम 68 फिट, चौड़ाई 34 फिट और गहराई 5 फिट है। जिला प्रशासन ने एलीट वर्ल्ड रिकार्ड टीम द्वारा निर्धारित सभी मानदण्डों और विनियमों का सावधानीपूर्वक पालन किया है। यह परियोजना आने वाले वर्षो में किसानों और आम जनता के लिये स्थायी आजीविका प्रदान करेगी। केन्द्रीय टीम ने जनपद के खोदे गये 2017 खेत तालाब को शत् प्रतिशत अप्रुव किया। केन्द्रीय टीम ने जनपद के एलीट वर्ल्ड रिकार्ड बनाये जाने पर जिलाधिकारी व प्रभारी सीडीओ को प्रमाण पत्र व मेडल से सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में जो 2017 खेत तालाब स्थापित हुये गये वह मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सेहारा के अथक प्रयासों व सोच से ही सम्भव हो पाया है। उन्होने कहा कि जिला विकास अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, डीसी मनरेगा, एपीओ की कड़ी मेहनत के प्रयासो का ही यह फल है। उन्होने कहा कि क्षेत्र के सभी किसानों को लाभ होगा और स्थायी जल प्रबन्धन के लिये परियोजना की प्रतिबद्धता और राज्य भर में इसी तरह की पहल के लिये एक मॉडल के रूप में काम करने की क्षमता पर जोर दिया। उन्होने कहा कि मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सेहारा ने विशेषकर गर्मियों के दौरान प्रतापगढ़ जैसे जिलों में कृषि के लिये पानी की गम्भीर कमी पर प्रकाश डाला, इस आवर्ती समस्या के समाधान के लिये वर्षा जल संचयन को लागू करने, कृषि के लिये पर्याप्त जल भण्डारण सुनिश्चित करने और भूजल क्षमता में सुधार करने के लिये परियोजना शुरू की। विस्तृत योजना सत्रों के बाद स्थायी समाधान प्रदान करने के लिये जिले भर में कई स्थानों पर खेत तालाबों का निर्माण करने का निर्णय लिया गया। सीडीओ ने खेत तालाबों की प्रगति और निष्पादन की निगरानी के लिये एक कठोर तीन-स्तरीय आंतरिक सत्यापन प्रक्रिया के कार्यान्वयन पर जोर दिया। 2017 खेत तालाब सामूहिक रूप से एक मानसून में औसतन 667.122 मिलियन लीटर वर्षा जल संग्रहित कर सकते है। उन्होने कहा कि तालाब मछली पालन, सिंघाड़ा और मखाना की खेती जैसी गतिविधियों के माध्यम से आजीविका भी बढ़ायेगें। जिला प्रशासन ने किसानों की उनकी आय बढ़ाने और उनके जीवन स्तर में सुधार करने में मदद करने के उद्देश्य से मत्स्य पालन विभाग की योजनाओं में खेत तालाब लाभार्थियों का नामांकन शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक सोच और लक्ष्य रखकर काम किया जाये तो निश्चित ही आश्चर्य जनक परिणाम प्राप्त होता है।
इस अवसर पर प्रभारी सीडीओ/जिला विकास अधिकारी राकेश प्रसाद ने कहा कि जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व में आज हम सब लोग इस ऐतिहासिक क्षण के पात्र बने है, जो हमारे प्रतापगढ़ ने 2017 खेत तालाब बनाने का एलिट वर्ल्ड रिकार्ड बनाया है, यह हम सबके लिये गौरव की बात है। उन्होने बताया कि जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के निरीक्षण के दौरान जो भी कमियां या त्रुटि बतायी जाती उसका हम लोगों के द्वारा तत्काल अनुपालन सुनिश्चित कराया गया, हम सबका यही दायित्व रहा कि जो लक्ष्य दिया गया उसको निर्धारित समय सीमा के अन्दर पूर्ण करना है। खेत तालाब योजना के अन्तर्गत विकास खण्ड आसपुर देवसरा में 117, बाबा बेलखरनाथधाम में 130, बाबागंज में 111, बिहार में 104, गौरा में 130, कालाकांकर में 125, कुण्डा में 104, लक्ष्मणपुर में 143, लालगंज में 104, मंगरौरा में 110, मानधाता में 136, पट्टी में 111, सदर में 110, रामपुर संग्रामगढ़ में 112, सण्ड़वा चन्द्रिका में 130, सांगीपुर में 110 व शिवगढ़ में 130 कुल 2017 खेत तालाब स्थापित है। कार्यक्रम के अन्त में जिलाधिकारी ने केन्द्रीय टीम को अंगवस्त्रम् व गिफ्ट देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।