जिले के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य योजना  के प्रभावी क्रियान्वयन की रणनीति बनाने को समीक्षात्मक बैठक का आयोजन

-जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में सभी  प्रकार की जांच शत प्रतिशत होनी चाहिए:- जिलाधिकारी

राहुल दैनिक समाज जागरण किशनगंज
स्वास्थ्य सेवाओं को जिले के अंतिम व्यक्ति तक सहजता के साथ पहुंचाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी तुषार सिंगला की अध्यक्षता में सदर अस्पताल के एएनएम प्रशिक्षण केंद्र सभागार में  मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई। गुरुवार  को आयोजित समीक्षा बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने पहले जिलाधिकारी का स्वागत किया। उसके बाद जिलाधिकारी द्वारा  समीक्षात्मक बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की प्रखंडवार उपलब्धियों की गहन समीक्षा की गयी। इसमें मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी मामलों के साथ मिशन इंद्रधनुष, वेक्टर बॉर्न डिजीज के नियंत्रण को लेकर जिले में किये जा रहे प्रयासों के साथ लक्ष्य प्रमाणीकरण,कायाकल्प , एनक्वास , टेलीकंस्लटेशन सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा के साथ सुदृढ़ीकरण संबंधी रणनीति पर विचार किया गया। इस क्रम में मिशन इंद्रधनुष, जिले में डेंगू संबंधी मामलों की अद्यतन स्थिति, टेली कंस्लटेशन, स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी सेवाओं का संचालन, गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, सुरक्षित प्रसव, टीबी मुक्त भारत अभियान सहित महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने को लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़ाने, शत-प्रतिशत नियमित टीकाकरण कराने, परिवार नियोजन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से एनीमिया मुक्त अभियान को सफल बनाने, एचडब्ल्यूसी पर सभी प्रकार के कार्यक्रमों का क्रियान्वयन कराने, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू) पर विशेष रूप से ध्यान देने सहित आरबीएसके के तहत राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी ली। इस दौरान बैठक में सिविल सर्जन, आईसीडीएस की डीपीओ , एसीएम्ओ , डीआईओ , एनसीडीओ , सीडीओ , भीबीडीसीओ , सदर अस्पताल उपाधीक्षक , डीपीएम, डीपीसी, डीसीएम,  डीएमएनई, डीसीक्यूए,सहयोगी संस्था के जिला प्रतिनधि ,  सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी , बीएचएम् , बीसीएम , लेखापाल सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य संस्थानों में सभी  प्रकार की जांच शत- प्रतिशत होनी चाहिए:- जिलाधिकारी

जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने  समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से गहनतापूर्वक चर्चा के बाद कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में  सभी प्रकार की जांच यथा – एक्सरे, अल्ट्रा साउंड, रक्त जांच शत प्रतिशत होनी चाहिए। इसके अलावा गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर आवश्यक कदम उठा सुदृढ़ किया जाए। ताकि अंतिम पायदान पर रहने वालों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सरकार और विभागीय स्तर पर मिलने वाली चिकित्सीय सुविधाओं को शत-प्रतिशत उपलब्ध कराना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसे अनिवार्य रूप से अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करना होगा। दरअसल सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग स्थानीय स्तर पर क्षेत्र की जनता का ख्याल रख हर तरह की सुख सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं। इसके लिए बेहतरीन चिकित्सीय सुविधाओं के साथ- साथ व्यवस्था प्रदान करने के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।  स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता एवं उनकी ससमय उपस्थिति, दवाओं की आपूर्ति एवं उपलब्धता, एक्सरे ,जांच सहित कई अन्य प्रकार की योजनाओं से संबंधित जानकारी ली गई। बैठक के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई ,ऑक्सीजन  की उपलब्धता एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था, एंबुलेंस की उपलब्धता, गर्भवती माताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं को भुगतान की स्थिति सहित कई बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया।

आरोग्य दिवस पर गर्भवती महिलाओं की जांच अनिवार्य रूप से करना सुनिश्चित किया जाए:

प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) के दौरान गर्भवती महिलाओं को चार तरह की जांच के साथ ही आयरन की गोली खाने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। दरअसल जब तक गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच ठीक से नहीं होगी तब तक प्रसव के दौरान जच्चा व बच्चा सुरक्षित नहीं रह सकता है। जिससे प्रसव के दौरान मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को शून्य किया जा सकता है। इसके लिए आरोग्य दिवस के दिन अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं की जांच अनिवार्य रूप से  सुनिश्चित की जानी चाहिए। समीक्षात्मक बैठक के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों के द्वारा मरीज़ों को दी जा रही चिकित्सीय सुविधाओं को लेकर गहनतापूर्वक जानकारी ली गई। साथ ही नियमित रूप से जन आरोग्य समिति , मंगलवारीय साप्ताहिक बैठक , प्रखंड स्तरीय बैठक तथा भीएचएसएनसी , आंगनबाड़ी केन्द्रों में किशोरी समूह तथा माता बैठक शत प्रतिशत करने  का आदेश दिया है।

मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को बनायें बेहतर-

स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामलों की रिपोर्टिंग को अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मृत्यु संबंधी कारणों की उचित पड़ताल करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी इसके निदान को लेकर प्रभावी कदम उठायें। पूर्ण टीकाकरण मामले में विभिन्न प्रखंडों के कमतर प्रदर्शन पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने इसमें सुधार का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि अभिभावकों को इसके प्रति जागरूक करने की जरूरत है। साथ ही जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं के एएनसी जांच व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिये लाभुकों के बीच विश्वास बहाली की प्रक्रिया को मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने डेंगू संबंधी मामलों की नियमित समीक्षा करते हुए डेंगू नियंत्रण संबंधी उपायों की मजबूती का निर्देश दिया। 

स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं-
जिलाधिकारी  ने बैठक में कहा का स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिये बेहतर संसाधन व सुविधाओं की उपलब्धता जरूरी है। उन्होंने सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कराने के लिये टेली कंस्लटेशन सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने का निर्देश दिया। हेल्थ वेलनेस सेंटर के सफल संचालन व टेलीकंस्लटेशन के प्रभावी क्रियान्वयन को उन्होंने जरूरी बताया। मातृ-शिशु मृत्यु दर संबंधी रिपोर्टिंग के लिये आंगनबाड़ी केंद्रों के उचित सहयोग को उन्होंने जरूरी बताया। सभी संबंधित विभागों एवं जनप्रतिनिधि से आपसी समन्वय को बेहतर बनाते हुए टीम भावना का प्रदर्शन करते हुए सामूहिक प्रयास को महत्वपूर्ण बताया।