गौशाला की दुर्दशा के खिलाफ समाजसेवियों का धरना प्रदर्शन।

बड़वारा कटनी जिले के बड़वारा तहसील क्षेत्र के बजरवारा ग्राम में स्थित गौशाला में गायों की मौत का मामला सामने आया है। गौशाला में संचालन की खामियों के चलते गायों की बड़े पैमाने पर मृत्यु हो रही है। इस घटना के विरोध में समाज सेवा विकास संस्था के सदस्यों ने बड़वारा शासकीय पशु चिकित्सा कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया।

7 घंटे तक धरना प्रदर्शन:

समाज सेवा विकास संस्था के सदस्यों ने करीब 7 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने गौशालाओं की दुर्दशा को लेकर जमकर नारेबाजी की। समाजसेवियों ने गौशाला में व्याप्त कुप्रबंधन और गायों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही बड़वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी के के पाण्डेय धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने समाजसेवियों को आश्वासन दिया कि तीन दिवस के भीतर गौशाला की व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी और संचालन में परिवर्तन लाया जाएगा। उन्होंने अन्य सात सूत्रीय मांगों के निराकरण का भी आश्वासन दिया। जिसके बाद समाजसेवियों ने धरना समाप्त किया।

समाजसेवियों की 7 सूत्रीय मांगे

समाजसेवी सचिन कुशवाहा ने बताया कि 7 सूत्रीय मांगों को लेकर आज हम लोगों ने धरना प्रदर्शन किया है, जिसमें गौशालाओं की व्यवस्था दुरुस्त करने, बड़वारा में पुस्तकालय भवन संचालित करने, एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने, पॉलिथीन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने, मदारी टोला में नागरिकता का मूल्यांकन के साथ-साथ मझगवां बड़वारा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग में वन्य प्राणियों को भोजन डालने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। समाजसेवी सावित्री केवट ने बताया कि बजरवारा गौशाला में भूख, प्यास और स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में हर दूसरे दिन गायों की मृत्यु हो रही है। इसके अलावा बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र में करीब 1 लाख नागरिक सिर्फ एक ही एंबुलेंस पर निर्भर है। एंबुलेंस की कमी होने के कारण कई बार क्षेत्र की जनता को जान हानि का सामना करना पड़ता है।
अन्य मांगे
समाजसेवी प्रभा सेन ने बताया बड़वारा की जगतपुर उमरिया ग्राम में लाखों की लागत से पुस्तकालय भवन बनकर तैयार है, लेकिन उसे आज तक संचालित नहीं किया गया, जिसके कारण छात्र-छात्राओं एवं नागरिकों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। बड़वारा मुख्यालय में अवैध रूप से पॉलिथीन की बिक्री की जा रही है और उसे खुले में फेंका जा रहा है, जिसके कारण बेजुबान गायों की मौत हो रही है, साथ ही पर्यावरण भी दूषित हो रहा है। मझगवां से बड़वारा के बीच यात्री सड़क किनारे वन्यजीवों के लिए भोजन डालते हैं, जिसके वजह से वन्यप्राणी सड़क दुर्घटना का शिकार होकर मौत के घाट उतर रहे हैं, साथ ही वाहन चालक भी दुर्घटना ग्रसित होते हैं और वन विभाग इस पर कार्यवाही नहीं कर रहा है। इन्हीं तमाम मांगों को लेकर आज हम लोगों ने धरना प्रदर्शन कर प्रशासन को जगाने का काम किया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने तीन दिवस के भीतर मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया है। अगर समय रहते हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस दौरान इनकी रही उपस्थिति पंडित रामानन्द परोहा,बबिता सिंह,फिजा बी,प्रभा सेन,मैना सिंह,सुखेन्द्र सिंह,सचिन कुशवाहा, राजाराम पटेल,सुमित रजक,संदीप,सावित्री केवट,रामचरण सिंह,प्रगति नामदेव,राहुल चौधरी, ताहिर अंसारी,अवधलाल यादव,कैलाश कोल,विजय चौधरी,अनंत सिंह,बॉलकरण सिंह,प्रिया सिंह, आदि

Leave a Reply