♦️पेशेवर दृष्टिकोण, तकनीकी उन्नयन और ग्राहक संतुष्टि से राष्ट्र बनेगा विकसित भारत : प्रो. एच. के. सिंह
♦️आई.एन. गुर्टू जी की स्मृति में मेमोरियल व्याख्यान का हुवा भव्य आयोजन
वाराणसी ।
वाणिज्य के क्षेत्र में नित दिन नये आयाम विकसित हो रहे हैं, बदलते विश्व की चुनौतियों के लिए विद्यार्थियों को तैयार रहना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को उनके जीवन के बारे में बताया और उन्हें अपने संस्कृति पे गर्व करने के साथ निरंतर मेहनत करने के लिए प्रेरित किया ।
उक्त उद्गार हॉर्वर्ड लॉ स्कूल, न्यूयार्क (अमेरिका) की वरिष्ठ शिक्षाविद्, अंतरराष्ट्रीय विधिवेत्ता सुश्री वंदना चक ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय द्वारा डॉ. आई. एन. गुर्टू जी की स्मृति में समसामयिक विषय “कॉर्पोरेट लोकतंत्र में हितों के टकराव के परिप्रेक्ष्य” पर आयोजित मेमोरियल व्याख्यान में व्यक्त किया।
अतिथिगण का स्वागत वाणिज्य संकाय प्रमुख प्रो. एच. के. सिंह ने किया, उन्होंने कहा कि यदि पेशेवर दृष्टिकोण, तकनीकी उन्नयन और ग्राहक संतुष्टि पर गंभीरता से जोर दिया जाए तो भारत 2047 में एक विकसित राष्ट्र का रूप प्राप्त कर लेगा। भारत में सुपरफास्ट आर्थिक शक्ति का रूप प्राप्त करने की सबसे अधिक क्षमता है क्योंकि हमारे पास विशेषज्ञता के साथ-साथ जनसांख्यिकीय लाभांश भी है।
आयोजन के उपरांत डॉ लाल बाबू जायसवाल ने सभी आगंतुकों, प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया साथ उन्होंने आई.एन. गुर्टू जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए स्वतंत्र भारत के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य का वर्णन किया और पहल करने का सुझाव दिया। वहीं संचालन डॉ. चिन्मय रॉय ने किया।
इस दौरान मुख्य रूप से प्रो. डी.के. साहू, प्रो. संजय साह, डॉ चिन्मय रॉय, डॉ लाल बाबू जयसवाल, डॉ आशीष कांत, डॉ ईशी मोहन, डॉ मीनाक्षी सिंह, डॉ रश्मि त्रिपाठी, डॉ शान्तनु सौरभ सहित दर्जनों शोध छात्र और भारी मात्रा में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे, इस दौरान विद्यार्थियों में ख़ुशी और उमंग का माहौल बना रहा।