समाज जागरण मनोज कुमारसाह
गोड्डा
: मेहरमा स्थित ऐतिहासिक मेला मैदान में श्री श्री 108 मां अन्नपूर्णा यज्ञ-प्रज्ञ-क्रम जारी है।इसके तीसरे दिन मंगलवार को यज्ञ वेदी की परिक्रमा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।वाराणसी के विद्वान आचार्य चंद्र प्रकाश चौबे की अगुवाई में 10 सदस्यीय पंडितों द्वारा प्रतिदिन दो पाली में सुबह आठ से 12 और संध्या तीन से छह बजे तक यज्ञ कराया जा रहा है। आचार्य चंद्र प्रकाश चौबे ने बताया कि यज्ञ हमारा श्रेष्ठ पूजा पद्धति है। यज्ञ करने से सभी देवता प्रसन्न होते हैं।इससे पर्यावरण शुद्ध होता है।मेघ बनता है जिससे अच्छी बारिश होती है।बारिश से सभी प्राणियों को लाभ मिलता है। हम सभी को अपने-अपने घरों में भी प्रतिदिन यज्ञ हवन करना चाहिए। इस अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ भी जारी है। कथावाचक मधुसूदनाचारय॔ महाराज ने सोमवार की देर रात कथा के दौरान सात अंक के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि सात दिन, सात रंग, सात ऋषि, सात वचन, सात फेरा का अलग महत्व है। बचपन खेल कूद में बुढ़ापा पछताने में बीत जाता है।इस लिए जो भी शुभ कर्म करना हो जैसे भजन कीर्तन, ईश्वर स्तुति प्राथना उपासना,हवन यज्ञ सभी जवानी में हीं कर लेना चाहिए। कहा कि जब भी कभी विपरीत परिस्थिति आ जाए तो घबराने की बजाय ईश्वर की शरण में जाना चाहिए। यम नियम का पालन करना चाहिए।ईश्वर स्तुति प्रर्थना उपासना करना चाहिए। कहा की जब हमें सुख प्राप्त हो तो इसे समाज में बांटना चाहिए। जीवन परिवार परिवर्तनशील है यह स्थाई नहीं है। धन आज है कल नहीं रहेगा। इसलिए इसका अहंकार नहीं करना चाहिए।यदि सत्ता अपने हाथ में हो तो धन इकट्ठा अवश्य करें। अधिक है तो इसे जरूरतमंदों के बीच भी बांटे। इस दौरान जहां भी भागवत कथा, भजन कीर्तन,हवन यज्ञ होता हो वहां अवश्य जाने पर बोल दिया। इससे जीवन सफल हो जाता है। इस अवसर पर यजमान के रूप में विश्वास कुमार और उनकी पत्नी अर्चना देवी शामिल हैं। इस अवसर पर भव्य मेले का भी आयोजन किया गया है। मेला को सफल बनाने में अध्यक्ष मंतोष पासवान ब्रजकिशोर प्रसाद, अनिरुद्ध दास, नागेश्वर भगत, नवल मंगल, उमेश पासवान, सुधांशु पासवान, अशोक मंडल,सोती साह सहित अन्य की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है।