समाज जागरण रंजीत तिवारी
रामेश्वर (वाराणसी)
सेवापुरी विकास खंड के ग्राम पंचायत जगापट्टी में स्थित प्राथमिक विद्यालय जगापट्टी के प्रांगण से बीचो-बीच रास्ता होने से जहां बच्चे असुरक्षित थे वहीं आम रास्ता होने से लोगों को परेशानी सामना करना पड़ता था। इस समस्या को देखते हुए प्रधान संघ के संरक्षक , ग्राम प्रधान घनश्याम सिंह यादव ने विद्यालय के बीचो-बीच का रास्ता बंद कर एक किनारे से रास्ता देने का काम किया। ग्राम प्रधान के इस पहल की ग्रामीणों ने जमकर प्रशंसा की है।
ग्राम प्रधान ने बताया कि विद्यालय परिसर के बीचो-बीच रास्ता होने से बच्चे और विद्यालय असुरक्षित था, जिनको रास्ता गया था वह भी असुरक्षित थे। इन सब चीजों को देखते हुए ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों के साथ बैठकर बातचीत के द्वारा मामले का निस्तारण करते हुए एक किनारे से रास्ता देने का काम किया।ग्राम पंचायत में अब तक कई वर्षों से चले आ रहे विवाद को “जड़ से मिटाने के माहिर कहे जाने वाले ग्राम प्रधान” ने अब तक ग्राम पंचायत में 95 प्रतिशत विवाद को आपसी बातचीत के दौरान दूर कर लोगों का दिल जीतते हुए सुगम रास्ता देने का काम किया।
इस बाबत ग्राम प्रधान घनश्याम सिंह यादव ने कहा कि विद्यालय प्रांगण के बीचों-बीच से गुजरने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है और इसके बजाय एक अलग से रास्ता बनाया गया है।विद्यालय प्रांगण में रास्ता बंद करने के फैसले का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इससे पहले, रास्ता खुला होने के कारण बच्चों को खतरा था साथ ही विद्यालय असुरक्षित था। ग्रामीणों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला ग्रामीणों के लिए एक बड़ी राहत है और इससे विद्यालय प्रांगण में शांति और सुरक्षा का माहौल बनेगा।विद्यालय के प्रधानाचार्य सुमन देवी ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और हमें प्रधान के इस फैसले से बहुत उम्मीदें जगी है। उन्होंने कहा कि हम बच्चों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल में शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।