एक स्कूल ऐसा भी जहां बच्चे खुद शिक्षक बन करते हैं पढ़ाई।

बिना शिक्षक के चल रहा है हाई स्कूल

मुखिया लक्ष्मी कुमारी के द्वारा दो बार विभाग को अवगत कराया गया।

राहुल कुमार गुप्ता, संवादाता विष्णुगढ़, दैनिक समाज जागरण।

विष्णुगढ़।प्रखंड के भेलवारा हाई स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों को परेशानी हो रही है।इस वजह से बच्चे खुद से पढ़ाई करते है।

बिना शिक्षक के चल रहा है हाई स्कूल

हजारीबाग: शिक्षा विभाग का स्लोगन सब पढ़े सब बढ़े भले ही सुनने में अच्छा लगे, लेकिन यह स्लोगन जिले में मजाक बन गया है. हजारीबाग विष्णुगढ़ प्रखंड के भेलवारा हाई स्कूल में नामांकित चार सौ से अधिक बच्चों की शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है।इस हाई स्कूल में एक भी शिक्षक की पदस्थापना नहीं की गई है।ऐसे में यहां के बच्चों के मन में यह सवाल उठना जायज है कि आखिर सब पढ़े और सब बढ़े का नारा किसके लिए है।

देखें स्पेशल स्टोरी सौ बच्चों पर एक भी शिक्षक नहीं।

दरअसल, प्रखंड मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर उत्क्रमित मध्य विद्यालय भेलवारा स्कूल को लगभग 1 साल पहले अपग्रेडेड कर शिक्षा विभाग द्वारा हाई स्कूल कर दिया गया।एक साल बीत जाने के बाद भी इस स्कूल में हाई स्कूल के एक भी शिक्षक की पदस्थापना नहीं की गई है।जबकि इस हाई स्कूल में नामांकित बच्चों की संख्या चार सौ से अधिक है।ऐसे में बच्चों की पढ़ाई कैसे हो रही होगी, ये सोचने वाली
बच्चे घर से रोज स्कूल इस उम्मीद से आते हैं कि स्कूल में कुछ पढ़ाई कर पाएंगे, लेकिन शिक्षकों की कमी में उन्हें अपनी पढ़ाई खुद करनी पड़ती है।सबसे अधिक परेशानी नवमी क्लास के छात्रों को होती है. बिना शिक्षक के बोर्ड की परीक्षा की तैयारी करना उनके लिए परेशानी का सबब बना रहता है।छात्रों की पढ़ाई होती हैं बाधित
स्कूल का छात्र कीर्तक कुमार ने कहा कि वो लोग खुद पढ़ाई कर परीक्षा के तैयारी करते हैं. शिक्षक की कमी के कारण उन्हें काफी परेशानी होती है।वहीं छात्रा बेबी कुमारी ने कहा कि स्कूल में शिक्षक नहीं रहने के कारण उन लोगों की पढ़ाई पूरी तरह बाधित हो गई है। छात्रा सरिता कुमारी ने बताया कि वो लोग गांव में रहते हैं।इस कारण यहां कोचिंग की भी कोई व्यवस्था नहीं है।गांव से शहर जा कर कोचिंग करना उनके लिए संभव नहीं है।ऐसे में उनकी पढ़ाई पूरी तरह बाधित हो गई है।
इस बारे में भेलवारा मध्य विद्यालय स्कूल के प्रधानाध्यापिका भगवती कुमारी ने कहा कि हाई स्कूल में शिक्षक नहीं रहने के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित है। प्राथमिक स्कूल के शिक्षक ही जितना हो सकता है, बच्चों को पढ़ा देते हैं। हाई स्कूल के शिक्षकों के लिए विभाग को कई बार पत्राचार भी किया गया है।वहीं, इस संबंध में ग्रामीणों ने कहा कि जल्द से जल्द इसका समाधान निकाल जाए अगल-बगल के उच्च योग्यता धारी शिक्षकों को वहां भेज कर बच्चों को शैक्षणिक नुकसान से बचाया जाए।

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