दैनिक सामाज जागरण
बेतिया, पश्चिम चंपारण
शैलेश मिश्रा (जिला व्यूरो)
गौनाहा/मांगुराहा में मल्टीपल एक्शन रिसर्च ग्रुप संस्था द्वारा तीन दिवसीय कानूनी जागरूकता प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के माध्यम से स्थानीय महिलाओं को कानून की व्यापक जानकारी दी गई। जो अपने क्षेत्र में समता वॉलिंटियर्स के माध्यम से कानूनी जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं। इस प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्देश्य समाज में आम जनो में समानता और सामुदायिक समानता लाना है।
इन तीन दिवसीय कार्यशाला में मार्ग संस्था की अधिवक्ता कीर्ति जग्गी और सुरैया अदीला ने सामुदायिक न्याय कार्यकर्ताओं को कानून से जुड़ी सभी जानकारी विस्तार पूर्वक दी
गई l वक्ताओं द्वारा बारीकी से समझाया कि कानून क्या होता है, कानून की संरचना कैसे होती है, यह कैसे बनाया जाता है और इसे समाज में कैसे अनुपालन किया जाता है। उन्होंने बताया कि संविधान की संरचना और उसके मौलिक अधिकार किस तरह से लोगों की अधिकारों का रक्षा करते हैं। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में अधिवक्ताओ द्वारा सूचना के अधिकार एवं मुफ्त कानूनी सलाह लेने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उपयोग कैसे कर सकते हैं, इस विषय पर प्रकाश डाला गाय। इसके अलावा उन्होंने अपराध की परिभाषा और उसके सजा के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया। भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों को भी समझाया गया। संस्था के निदेशक मोहम्मद नूर आलम ने सामुदायिक न्याय कार्यकर्ताओं को टैक्स भरने से संबंधित कानूनों को अच्छे से समझाया और उसे स्लोगन के माध्यम से भी उन्हें जागरूक किया अपने समुदाय के लोगों को कैसे मदद कर सकते हैं। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में अधिवक्ता सुरैया अदीला ने छुआछूत के कानून, मुआवजे का कानून, मानव व्यापार का कानून एवं किराए पर कोख गोद लेने के कानून के बारे में भी समझाया।
कार्यशाला में सामुदायिक न्याय कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया l समाज से भेदभाव मिटाने छुआ-छूत मिटाने और सामाजिक समानता बनाए रखने के लिए विस्तार रूप से बताया गया। इस कार्यशाला में परियोजना से जुड़े मनोज कुमार ठाकुर एवं परियोजना सहायक अजय कुमार सोनी मौजूद रहे।