जिले में 811 टीबी मरीजों का इलाज जारी

विश्व टीबी दिवस पर जागरूकता का संकल्प, 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य

वीरेंद्र चौहान, समाज जागरण ब्यूरो किशनगंज।
23 मार्च – टीबी एक गंभीर संक्रामक बीमारी है, जो समय पर इलाज न मिलने पर घातक हो सकती है। टीबी को समाप्त करने और लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 24 मार्च को ‘विश्व यक्ष्मा दिवस’ मनाया जाता है। इस वर्ष 2025 की थीम “टीबी को समाप्त करने के लिए एकजुटता” (Solidarity to End TB) रखी गई है, जो इस बीमारी के खिलाफ वैश्विक सहयोग और सामूहिक प्रयासों को दर्शाती है।
जिले में 811 मरीजों का इलाज जारी, 450 नए मरीज हुए चयनित

जिले में वर्तमान में 811 टीबी मरीज इलाजरत हैं, जबकि जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक कुल 1328 मरीजों की पहचान की गई थी। इस वर्ष अब तक 450 नए मरीज चयनित किए गए हैं, जिनका इलाज सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क किया जा रहा है।
निक्षय पोषण योजना का लाभ: अब 1000 रुपये प्रति माह सहायता

सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने बताया कि 1 अप्रैल 2024 से अब तक 1259 मरीजों को ‘निक्षय पोषण योजना’ के तहत आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। नवंबर 2024 से पहले टीबी मरीजों को 500 रुपये प्रति माह की सहायता मिलती थी, लेकिन अब सरकार ने इसे बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति माह कर दिया है।उन्होंने कहा, “टीबी मरीजों को उचित पोषण की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह बीमारी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देती है। सरकार की इस योजना से मरीजों को पौष्टिक आहार लेने में सहायता मिल रही है, जिससे उनके इलाज में तेजी आ रही है।”
टीबी उन्मूलन के लिए जिले में चलाए जा रहे विशेष कार्यक्रम

सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने बताया कि भारत सरकार ने 2025 तक देश से टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए जिले में लगातार टीबी स्क्रीनिंग कैंप, घर-घर सर्वे, फ्री डायग्नोसिस एवं ट्रीटमेंट प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को लगातार दो सप्ताह से अधिक खांसी, बलगम में खून, वजन कम होने या भूख न लगने की समस्या हो, तो उसे तुरंत सरकारी अस्पताल में जांच करानी चाहिए।
“सभी लोग टीबी मुक्त भारत में योगदान दें” जिला पदाधिकारी

जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा कि टीबी पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि मरीज समय पर जांच कराएं और पूरा इलाज लें। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे टीबी मरीजों की सहायता के लिए ‘निक्षय मित्र’ योजना में जुड़ें और सरकार के प्रयासों को सफल बनाने में योगदान दें।सिविल सर्जन डॉ मंजर आलम ने कहा कि आइए, इस विश्व टीबी दिवस पर जागरूकता फैलाएं!टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए हर व्यक्ति का सहयोग आवश्यक है। अगर आपके आसपास कोई व्यक्ति लगातार खांस रहा हो, कमजोरी महसूस कर रहा हो या अन्य लक्षण दिख रहे हों, तो उसे तुरंत सरकारी अस्पताल में जांच कराने के लिए प्रेरित करें।
“टीबी हारेगा, भारत जीतेगा!”

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