नॉर्थ ईस्ट से लेकर गुजरात, महाराष्ट्र तक बीजेपी का प्रभाव है लेकिन तमिलनाडु समेत दूसरे दक्षिणी राज्यों में क्षेत्रीय दल ही हावी रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने एक तरफ स्थानीय दलों से गठबंधन किया है साथ ही कई मजबूत चेहरों की बदौलत सीटें जीतने की भी रणनीति बनाई है.
चुनाव जीतने का भाजपा का अपना फॉर्मूला है. जहां उसे लगता है कैंडिडेट कमजोर है, वहां सबसे धुरंधर खिलाड़ी को उतारा जाता है. इससे चुनावी बिसात में भाजपा अपनी पोजीशन मजबूत कर लेती है. फिलहाल साउथ भाजपा के लिए ‘अभेद्य किला’ बना हुआ है, जहां वह उत्तर भारत जैसा मैजिक नहीं दिखा सकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार दक्षिणी राज्यों में काफी जोर लगा रहे हैं. तमिलनाडु की बात करें तो वहां अपने सबसे बड़े पदयात्री और पार्टी के अध्यक्ष के. अन्नामलाई (Coimbatore 2024 Election) को लोकसभा चुनाव का टिकट दिया गया है.
आईपीएस की वर्दी में ‘सिंघम’ जैसी छवि बनाने वाले अन्ना राजनीति में बीजेपी के उभरते स्टार हैं. भाजपा को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं. कुछ समय पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मंच पर उनकी पीठ थपथपाई थी. पिछले एक साल में वह पूरे तमिलनाडु में घूमे हैं और कमल खिलाने की सियासी जमीन तैयार की. आज के समय में वह भाजपा में सीएम योगी आदित्यनाथ और हिमंता बिस्व सरमा जैसा कद हासिल कर चुके हैं. 34 साल की उम्र में इस पुलिस अफसर ने इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा.