- प्रत्येक 15 तारीख को स्वास्थ्य केंद्रों पर मनेगा निक्षय दिवस
- 2232 टीबी मरीज को मिल रहा निश्शुल्क लाभ : सीएमओ
आशुतोेष चतुर्वेदी, ब्यूरो चीफ
दैनिक समाज जागरण
मऊ : निक्षय दिवस पर ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या के सापेक्ष दस फीसद मरीजों की बलगम जांच होगी। स्वास्थ्य इकाइयों पर संभावित मरीजों के बैठने की खुली जगह होगी। इसके अलावा बाहर खुले स्थान पर बलगम के नमूने लेने के लिए कफ कार्नर होना जरूरी है। क्षय रोगियों के लिए हर जरूरी दवाएं मुफ्त, स्वास्थ्य इकाई पर टीबी की जांच, उपचार के बारे में परामर्श की व्यवस्था रहेगी। सीएमओ की अध्यक्षता में हर माह की 16 तारीख को मासिक बैठक कर निक्षय दिवस के समस्त कार्यों की समीक्षा, समस्त प्रकरणों का निस्तारण और अगले दिन जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा।
देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से नित नए कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान, गुणवत्तापूर्ण इलाज और योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हर माह की 15 तारीख को प्रदेश की स्वास्थ्य इकाइयों पर निक्षय दिवस मनाया जाएगा। 15 तारीख को अवकाश की स्थिति में निक्षय दिवस अगले कार्य दिवस पर मनाया जाएगा। सीएमओ डा. नरेश अग्रवाल ने बताया कि जिले में 2232 टीबी के मरीज निशुल्क चिकित्सा का लाभ ले रहे है। शासन के निर्देश पर सेंट्रल टीबी डिवीजन के निर्देशों के अनुक्रम में क्षय रोगियों के पूर्ण स्वस्थ होने के लिए गुणवत्तापूर्ण सुविधा मुहैया कराने के लिए हर माह की 15 तारीख को सभी ब्लाक स्तरीय पीएचसी और आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निक्षय दिवस मनाया जाएगा। निक्षय दिवस से पहले आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण कर टीबी के बारे में और दिवस के आयोजन के बारे में समुदाय को जागरूक करेंगी। स्वास्थ्य इकाइयों पर एलइडी के जरिये टीबी के बारे में जागरूकता संबंधी फिल्म भी प्रसारित की जाएगी। निक्षय दिवस की उपलब्धियों को सोशल मीडिया पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) द्वारा मरीजों की प्रारंभिक जांच (उपलब्धता के आधार पर) एचआइवी, डायबिटीज और अन्य जांच सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा बलगम का नमूना लेकर निक्षय पोर्टल पर आईडी बनाते हुए नजदीकी टीबी जांच केंद्र पर भेजा जाएगा।