*समाज जागरण वाराणसी मंडल ब्यूरो*
*वाराणसी।* दशाश्वमेध थाना अंतर्गत देवनाथपुरा क्षेत्र के कैलाश भवन आश्रम में एक आश्रम में आंध्र प्रदेश से आए दर्शनार्थियों के एक परिवार ने गुरुवार शाम सामूहिक फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आंध्र प्रदेश से यह परिवार काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने आया था। परिवार के चार सदस्यों ने गुरुवार को फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर लिया। चारों ने धर्मशाला की तीसरी मंजिल पर कमरा अंदर से बंद कर फांसी लगाई थी। होटल की एक महिला ने कमरे के अंदर कोई हलचल न होने पर उसने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया परंतु दरवाजा नहीं खुला।
दरवाजा नहीं खुलने पर महिला ने खिड़की से देखा तो सभी फांसी पर लटक रहे थे। आनन-फानन में दशाश्वमेध थाने की पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर कमरे में घुसी। आत्महत्या करने वालों में तीन पुरुष और एक महिला हैं। एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय और थानाध्यक्ष बैद्यनाथ सिंह मौके पर पहुंचे और फॉरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया है।
चारों को पुलिस ने फंदे से उतारा और शव को कब्जे में ले लिया है। घटना के बाद कैलाश भवन में हडकंप मच गया और पुलिस सामूहिक आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही है। मृतकों में जय राज [23 वर्ष], लावणिया [45 वर्ष], कोंडा वर्पीय [50 वर्ष], राजेश [25 वर्ष] शामिल हैं। चारों ने नायलॉन की रस्सी से फांसी लगाई है। आन्ध्र आश्रम के ट्रस्टी वीवी शास्त्री ने बताया कि ये लोग 3 दिसम्बर को सुबह के समय आए थे। आश्रम की शाखा काशी कैलाश भवन में उन्हें रहने के लिए जगह दे दिया। तब से अभी तक इनकी कोई संद्ग्ध गतिविधि नहीं थी। बुधवार को इन्होने आश्रम का किराया वगैरह जमा करके रसीद ले लिया था।
पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने बताया कि आंध्र प्रदेश के रहने वाले चार लोगों के साहव छत से लटके हुए पाए गए हैं। उनके कमरे से तेलगु में लिखा सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसे पुलिस ने कब्जे में लिया है। सुसाइड नोट के मुताबिक, इन लोगों का पैसे को लेकर कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। इन लोगों ने दो महीने से घर छोड़ा हुआ था। पैसे को लेकर काफी समय से परेशान चल रहे थे। शव के पोस्टमार्टम के बाद घटना का खुलासा हो पाएगा।