अररिया ।
पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, अररिया में शिक्षा में कला के अंतर्गत एक माह भर चलने वाली दृश्य कला कार्यशाला के दौरान निर्मित बच्चों की कलाकृतियों की एक शानदार प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन विद्यालय के प्राचार्य सुशांत कुमार झा और आमंत्रित जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी सान्याल कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर और फीता काट कर किया।
उद्घाटन समारोह के दौरान, प्राचार्य सुशांत कुमार झा ने कहा कि “बच्चों के लिए शिक्षा में कला का महत्व अत्यधिक प्रासंगिक है। विज्ञान, गणित या अन्य किसी भी विषय में सफलता तभी मिल सकती है जब उस विषय के साथ कला का संबंध जुड़ा हो। जीवन जीने की कला से लेकर ललित कला, संगीत और खेलकूद का योगदान सफलता में अहम होता है।” उन्होंने बच्चों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों की सराहना करते हुए उनकी रचनात्मकता की तारीफ की।
कला शिक्षक राजेश कुमार ने प्रदर्शनी के बारे में बताया कि “यह प्रदर्शनी बच्चों की रचनाधर्मिता को और प्रोत्साहित करेगी। ऐसी गतिविधियाँ बच्चों के लिए नई दिशा दिखाती हैं, और यह उनके कलात्मक विकास में सहायक साबित होंगी।”
सान्याल कुमार, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा, “यहां के बच्चे बेहद प्रतिभाशाली हैं। विशेष रूप से, उनके द्वारा बनाई गई टेराकोटा और मिथिला पेंटिंग्स की कला बेहद प्रभावशाली है। कला निर्मिति के लिए उपयुक्त माहौल बहुत जरूरी है, और यहां बच्चों को ऐसा माहौल प्रदान किया जा रहा है। मैं यह आश्वस्त हूं कि भविष्य में हमारे जिले के बच्चों की कला को व्यापक मंच मिलेगा।”
प्रदर्शनी का आयोजन समिति द्वारा गठित टीम द्वारा किया गया, और इसका ऑनलाइन सर्वेक्षण तथा अवलोकन भी संभागीय स्तर पर किया गया।
उद्घाटन सत्र में विद्यालय के शिक्षक आर के चौधरी, ए पंकज, शमशाद आलम, मो. मुस्ताक, रीया, बी देबनाथ, एक रहमान, उज्जवल, पी के गुप्ता आदि ने भाग लिया और इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया।
इस प्रदर्शनी ने यह सिद्ध कर दिया कि कला और शिक्षा के तालमेल से बच्चों में न केवल रचनात्मकता का विकास होता है, बल्कि उनका समग्र व्यक्तित्व भी निखरता है।