असम श्रीभूमि जिले के दुल्लभछड़ा पुल र्निर्माण के काम में केवल तारीख पर तारीख! दुर्घटना की आशंका से स्थानीय लोग परेशान हैं।

कई महीनों से दुल्लभछड़ा पुल के मरम्मत कार्य नहीं हो रहा है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और रामकृष्णनगर विधायक विजय मालाकार का ध्यान आकर्षित किया।

असम श्रीभूमि [करीमगंज] संवाददाता, दैनिक समाज जागरण : मौजूदा सरकार के कार्यकाल में गली-मोहल्लों में विकास कार्यों की बाढ़ आई है ‘सबका साथ, सबका विकास’ के माध्यम से हर क्षेत्र में सुधार के लिए गाइडलाइन के अनुसार गुणवत्ता मान बनाए रखने के काम के जरिए उच्च गुणवत्ता वाली सड़कें, पुल, एवं अन्य परियोजनाओं के लिए करोड़ों रुपये आवंटित किए जा रहे हैं। ताकि हर क्षेत्र में विकास हो। ताकि आम नागरिकों को यात्रा सहित अन्य समस्याओं का सामना न करना पड़े इस दृष्टिकोण से विभिन्न स्थानों पर काम किया जा रहा है। लेकिन असम श्रीभूमि जिले के दुल्लभछड़ा पुल की दयनीय स्थिति के कारण दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ गई हैं, अधिकारी ने सब कुछ जानने के बावजूद र्निर्माण का कार्य अभी भी नहीं हो रहा है। केवल आश्वासन और आश्वासन दिया जा रहा है, कुछ दिनों में होगा, लेकिन कई महीने बीत गए हैं, केवल तारीख और तारीखें। सुधार का कार्य कुछ भी नहीं हो रहा है। आम नागरिक समझ नहीं पा रहा है। रामकृष्णनगर विधानसभा के अंतर्गत दुल्लभछड़ा की सिंगला नदी का आरसीसी पुल कई महीनों से जर्जर की स्थिति में है। जिसके मरम्मत का आश्वासन पिछले साल 2024 में दिया गया था, लेकिन कई टालमटोल के बाद शारदीय पर्व के पहले, दुर्घटनाओं से बचने के लिए पुल पर लोहे के खंभों के बैरिकेड लगाकर संकीर्ण किया गया था, ताकि यात्री बसें और ट्रक न चल सकें। हालांकि अन्य छोटी गाड़ियों का चलन जारी था। उस समय यात्री बसें या ट्रक रामकृष्णनगर क्षेत्र के विद्यानगर के माध्यम से यात्रा करने लगी थीं। इससे यात्री भाड़ा बढ़ना स्वाभाविक था। व्यापारियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। लेकिन बंद पड़े पुल से कुछ दिनों बाद सभी प्रकार के वाहनों का चलन रहस्यमय तरीके से शुरू हो गया। इस बीच, इस वर्ष की 12 मार्च को दुल्लभछड़ा रामकृष्णनगर लोक निर्माण विभाग के टी आर सब डिविजन के सहायक कार्यकारी इंजीनियर सुभ्रत दास के बयान में बताया गया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आरसीसी पुल का निरीक्षण किया गया है और ढाई महीने के भीतर काम पूरा होगा और
पुल का कार्य का सामान है इन दो-तीन दिनों में नवकरण का काम शुरू होगा। जिसके लिए जनता की आवाजाही की सुविधा के लिए सबवे का निर्माण किया गया है। इसलिए फिर से पुल पर लोहे की बैरिकेड लगाई गई है जिससे यात्री बसों और लोरियों को विद्यागनगर के रास्ते आवाजाही करनी पड़ रही है। साथ ही काम की प्रगति के लिए विभाग की ओर से जनता का सहयोग मांगा गया है। लेकिन आज तक पुल पर कुछ भी काम नहीं हुआ है। 12 मार्च को निरीक्षण के समय उनके साथ सहायक इंजीनियर अरुणोदय दास, पुल विशेषज्ञ अकबर खान और संबंधित ठेकेदार विनायक चक्रवर्ती सहित अन्य उपस्थित थे। लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी इस समाचार के लिखने तक काम शुरू नहीं किया गया है। दूसरी ओर, बारिश के मौसम में सिंगला नदी के जल बहाव से सबवे के टूटने की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसके बाद क्षेत्र के लोग पुल के निर्माण कार्य न होने के कारण किसी भी घटना के होने की चिंता में हैं। ऐसी स्थिति में जनता को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसमें नागरिकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि लंबे समय से लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और आवंटित ठेकेदार टालमटोल कर रहे हैं। इस मामले में प्रभावित लोग असम के लोकप्रिय मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और रामकृष्णनगर विधायक विजय मालाकार का ध्यान आकर्षित करते हैं कि ताकि विभागीय अधिकारी जनकल्याण कार्य में देरी न करें और जल्द से जल्द दुल्लभछड़ा पुल के नवीनीकरण का कार्य शुरू किया जाए।

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