बच्चों के पाठ्यक्रमों में तिरंगे के महत्व को शामिल करना चाहिए : ऋचा वर्मा




शशिकांत ओझा ब्यूरो चीफ, दैनिक समाज जागरण

बलिया : हर घर तिरंगा अभियान शुरू करने के लिए महिला पत्रकार व समाज सेविका ऋचा वर्मा
ने सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। कहा कि यह अभियान सराहनीय है। ऋचा का कहना है कि इससे देश की एकता तथा अखंडता को मजबूती मिलेगी और लोगों को अपनी देशभक्ति की भावना का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा।
कहा कि”13 से 15 अगस्त तक, पीएम मोदी ने हर घर में तिरंगा फहराने के कार्यक्रम की घोषणा की है। 15 अगस्त को तिरंगा फहराना और तिरंगे का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है। हम भारत की 75 वीं स्वतंत्रता का जश्न मना रहे हैं और हमें यह करना चाहिए। हम सब कानूनी रूप से भारतीय हैं, लेकिन भावनात्मक रूप से हम सब भारतीय तभी बन सकते हैं जब हम सब संविधान के प्रति, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना सब कुछ बलिदान कर दिया उनके प्रति सम्मान दिखाते हुए ‘हर घर तिरंगा’ फहरा सकते हैं।” वर्मा ने आगे कहा, “तो, मेरे लिए, यह महत्वपूर्ण है कि एक कानूनी भारतीय नागरिक होने के नाते, भावनात्मक रूप से भारत को अपनी मां के रूप में समझें, भारत माता के साथ एकजुट हों, यह सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए यह हमारे लिए खुद को भारत माता के साथ एकजुट करने का अवसर है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि साल में एक दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित किया जाए। राष्ट्रीय ध्वज दिवस के लिए 22 जुलाई का दिन सबसे उपयुक्त रहेगा, क्योंकि 22 जुलाई 1947 को हमारे राष्ट्रीय ध्वज का वर्तमान प्रारूप स्वीकृत किया गया था। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में तिरंगे के महत्व को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।