बलिया: जीराबस्ती के जनेश्वर मिश्र पार्क में संपन्न हुआ आरएसएस का कार्यक्रम

समाज जागरण
बलिया : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया नगर का रविवार को जीराबस्ती स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में वन विहार कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमें कबड्डी, खो खो आदि खेल व शारीरिक व्यायाम कराए गए तथा मानसिक, वैचारिक और राष्ट्रीय उत्थान से जुड़ीं गतिविधियों के कार्यक्रम के साथ सहभोज का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चे, युवा, प्रौढ़ और वृद्ध सभी आयु वर्ग के स्वयंसेवकों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता विभाग प्रचारक तुलसीराम व नगर संघचालक बृजमोहन सिंह
द्वारा भारत माता, परम पूज्य डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार व परम पूज्य माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर उपाख्य श्रीगुरुजी के चित्र पर पुष्पार्चन से हुई। इस अवसर पर मुख्य वक्ता बलिया विभाग के विभाग प्रचारक तुलसीराम ने संस्कृत के एक श्लोक गुकारस्तवन्धकारस्तु रुकार स्तेज उच्यते। अंधकार निरोधतवत गुरुरित्यभिधीयते।। की व्याख्या करते हुए गुरु की महिमा के बारे में बताया कि जो अंधकार का निरोध करता है, वही वास्तव में गुरु कहलाता है। आगे अपने बौद्धिक उद्बोधन में संघ की स्थापना, उसकी रूपरेखा एवं उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार ने भारत और भारत की सनातन हिंदू संस्कृति को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए हमें एक ऐसे संगठन से जोड़ा जो आज विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है।
वनविहार कार्यक्रम में खेलकूद, व्यायाम, योग, सहभोज आदि कार्यक्रमों के माध्यम से भाईचारा को उत्पन्न किया जाता है तथा लोगों में सामाजिक समरसता का भाव जागृत किया जाता है। व्यक्ति श्रेष्ठ नहीं होता, बल्कि संगठन श्रेष्ठ होता है और संगठन से राष्ट्र श्रेष्ठ होता है। इसलिए भारत माता की जय बोला जाता है। उन्होंने आगे बताया कि भारत हमारी मां है, हमें इसके प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए। इस कार्यक्रम के मुख्य शिक्षक सह नगर शारीरिक शिक्षण प्रमुख भोलाजी थे। इस अवसर पर माननीय नगर संघचालक बृजमोहन सिंह, माननीय सह नगर संघचालक परमेश्वरनश्री, जिला कार्यवाह हरनाम, विभाग शारीरिक शिक्षण प्रमुख उमापति जी, जिला सेवा प्रमुख डॉक्टर संतोष तिवारी, जिला संपर्क प्रमुख अनिल सिंह, जिला संयोजक कुटुंब प्रबंधन राम कुमार तिवारी जी, जिला प्रचारक विशाल जी, नगर कार्यवाह ओम प्रकाश राय, नगर शारीरिक शिक्षण प्रमुख चंद्रशेखर, नगर बौद्धिक शिक्षण प्रमुख अजय पाण्डेय, कृपानिधि पाण्डेय, निर्भय निरंजन उपाध्याय, वीरेंद्र सिंह जी लव पाण्डेय, दिनेश सिंह बबलू के साथ सैकड़ों स्वयंसेवक व कार्यकर्ता बन्धु उपस्थित थे।