महिला सशक्तिकरण को समर्पित सेमीफाइनल में भागलपुर ने एक गोल से नेपाल को हराया
अररिया।
सीमांचल गांधी तस्लीम उद्दीन मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में भागलपुर ने नेपाल को 1-0 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। यह मैच महिला सशक्तिकरण को समर्पित था, और दोनों टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
मैच के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में महिला जिला अध्यक्ष राजद, आरसी प्रवीण उर्फ लवली नवाब, प्रदेश कांग्रेस महिला नेत्री अफसाना हसन, भाजपा नेत्री डॉ. सुष्मिता ठाकुर, बंगाल की पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी मंजू देवी, न्यूरो सर्जन डॉ. तंजील सिक्किम और जेनिथ पब्लिक स्कूल के निदेशक खुर्शीद खान पप्पू मौजूद थे। इन अतिथियों ने मैच का आनंद लिया और खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया।
भागलपुर और नेपाल के बीच हुआ यह मुकाबला बेहद रोमांचक था, जिसमें दोनों टीमों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी। हालांकि, अंत में भागलपुर के एकमात्र गोल ने उन्हें जीत दिलाई। इस मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए भागलपुर के खिलाड़ी शुभम को ‘मैन ऑफ द मैच’ का खिताब मिला।
महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में इस मैच में महिला नेत्रियों अफसाना हसन, लवली नवाब, सुष्मिता ठाकुर और मंजू देवी ने खिलाड़ियों के लिए दो-दो ट्रैक शूट देने की घोषणा की, जो खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा सम्मान था।
सेमीफाइनल मैच के दौरान खेल के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए रेफरी के रूप में रमन कुमार और अभिषेक कुमार ने अपनी भूमिका निभाई। साथ ही, मॉडर्न स्पोर्ट क्लब के अध्यक्ष सत्यन शरण, सचिव इश्तियाक आलम, जकी अख्तर अंसारी, शादाब शमीम और अन्य पदाधिकारियों ने आयोजन को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।
इस टूर्नामेंट का फाइनल 19 जनवरी को खेड़ा मैदान में होगा, जहां भागलपुर और रायगंज के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। यह मैच दोपहर 2 बजे से शुरू होगा और प्रशंसकों को एक शानदार खेल अनुभव देने की उम्मीद है।
इस टूर्नामेंट में कुल 16 टीमें भाग ले रही थीं, और 4 जनवरी से शुरू हुआ यह टूर्नामेंट 19 जनवरी को अपने समापन तक पहुंचेगा। इसका आयोजन मॉडर्न स्पोर्ट क्लब द्वारा किया जा रहा है, जो क्षेत्र में खेल के विकास और युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
कॉमेंटेटर चांद आज़मी और सदरे आलम ने पूरे मैच का आंखों देखा हाल पेश किया, जो दर्शकों के लिए और भी रोमांचक बना।
यह टूर्नामेंट न सिर्फ खेल कौशल का प्रदर्शक है, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी एक अहम मंच बन गया है। अब फाइनल मुकाबले में सभी की नजरें टिकी हैं, जहां उम्मीद की जा रही है कि दोनों टीमें एक शानदार खेल दिखाएंगी और दर्शकों को भरपूर मनोरंजन मिलेगा।