संसदीय क्षेत्र “बक्सर” में भाजपा की बढ़ी  मुश्किलें*

दैनिक समाज जागरण विशेष संवाददाता बक्सर बिहार
जिले के बीजेपी कार्यकर्ताओं में निवर्तमान सांसद अश्विनी चौबेजी के विरुद्ध आक्रोश ने रंग दिखाया और केंद्रीय मंत्री महोदय का टिकट कट गया।उनकी जगह पुनः बक्सर चुनाव क्षेत्र से बाहर के श्री मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार घोषित किया गया है।जिला संगठन से जुड़े सभी, विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे अधिकारीयों एवं बुथलेबल तक के कार्यकर्ताओं में अश्विनी चौबे के व्यवहार से निराशा व्याप्त थी। कारण की समीक्षा करें तो अपने दस बर्षों के सांसदी काल में, चाटूकारों और चहेतों से घिरे रहने वाले चौबेजी का, क्षेत्र के विकास के प्रति उदासीनता, मूल कारण रहा। मूलरूप से भागलपुर के रहने वाले चौबेजी, बक्सर के लिये बाहरी थे और उनका मुख्य रुझान भागलपुर के लिये विषेश रहा वनिस्पत बक्सर के।

अब चूकी इस संसदीय क्षेत्र से पुनः बाहरी को हीं भाजपा ने टिकट दिया है जबकि कार्यकर्ताओं को बाहरी उम्मीदवार के जीतने के बाद,कार्यकर्ताओं और संसदीय क्षेत्र बक्सर से सौतेले व्यवहार का,दस साल का कटु अनुभव है। अतः इसको लेकर, कार्यकर्ताओं में टिकट प्रदाताओं के प्रति भी,स्पष्ट रोष दिख रहा है।अधिकांश वरिष्ठ कार्यकर्ता बाहरी कंडिडेट का विरोध करने के उद्देश्य से किसी विकल्प की तलाश में अग्रसर दिख रहे हैं। जिसको लेकर जिले के सभी प्रभावी कार्यकर्ताओं के बीच, बैठकों का दौर शुरू किया जायेगा जो भाजपा प्रत्याशी के लिए कठीनतम स्थिति उत्पन्न तो करेगा हीं।ज्ञात रहे कि इन्हीं कार्यकर्ताओं के दम पर बक्सर संसदीय क्षेत्र,भाजपा के कब्जे में आया है।
—-प्रो.राजेंद्र पाठक, बक्सर,बिहार