कैनवास पर कल्पना के रंग बिखरने वाले चित्रकार हैं झाड़ग्राम के मानब बागची

कैनवास पर कल्पना के रंग बिखरने वाले चित्रकार हैं झाड़ग्राम के मानब बागची



बिभूति भूषण भद्र दैनिक समाज जागरण संवाददाता

जब कला का प्रदर्शन हो जाता है तो कला और कलाकार दोनों को पहचान मिल जाती है। अपने बेहतर शिल्पकारी एवं चित्रकारी के लिए जंगलमहल के अतिरिक्त देशभर में पहचान बनाने वाले 60 वर्षीय मानब बागची झाड़ग्राम शहर के घोड़ाधोरा में रहते हैं। श्री बागची के द्वारा गमछा से निर्मित मां दुर्गा की तस्वीर को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर चुकी हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान श्री बागची को पुरस्कृत कर उनके इस टैलेंट की भूरी – भूरी प्रशंसा की गई थी। दैनिक समाज जागरण के जिला संवाददाता विभूति भूषण भद्र के साथ एक मुलाकात के दौरान मानव बागची ने बताया वर्ष 2020 में झाड़ग्राम टूरिज्म के प्रोत्साहन से उन्होंने कोविड महामारी के पश्चात “जंगल महल क्राफ्ट हब” की स्थापना की। जहां पेड़ के डाल,जड़े,बांस,पत्थरों के ऊपर चित्रकार, लकड़ी से निर्मित आभूषण, एवं विभिन्न साज सज्जा के वस्तुओं का निर्माण किया जाता है। साथ ही इन उत्पाद वस्तुओं को ग्राहकों को बेचा जाता है। झाड़ग्राम पर्यटन शहर होने के कारण अधिकांश पर्यटक यहां आकर जंगल महल क्राफ्ट हब आने नहीं भूलते। यहां उपहार के वस्तुओं की खूब डिमांड रहता है। लोग यहां के निर्मित वस्तुओं को खरीद कर अपने स्वजनों मित्रों रिश्तेदारों को भेंट करते हैं। जो किसी के बेडरूम ड्राइंग रूम आदि का शोभा बढ़ाने में काफी मददगार साबित होता है। सोशल मीडिया एवं स्थानीय समाचार पत्रों में इनके उपलब्धियां  प्रकाशित होने के पश्चात लोकप्रिय कार्यक्रम “घोरे घोरे जी बांग्ला ” के मेजबानकर्ता श्रीमती अपराजिता ऑड्डो झाड़ग्राम पहुंचकर मानब बागची एवं उनकी पत्नी स्थितिता पाल बागची के साथ जंगल महल क्राफ्ट हब की विस्तृत जानकारियां लेने के साथ शूटिंग किया एवं जी टेलीविजन पर कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम के पश्चात से ही भारतवर्ष के विभिन्न प्रांतो से लोग जानकारियां लेने के लिए श्री बागची से संपर्क करने लगे। और देखते ही देखते जंगलमहल क्राफ्ट हब की प्रसिद्धि चारों ओर छा गया। सरल एवं मृदुभाषी श्री बागची ने बताया बचपन से ही उन्हें चित्रकारी का शौक था उन्होंने कहीं प्रशिक्षण नहीं ली। कुछ वर्ष पहले वे अपने निवास स्थल पर बच्चों के प्रशिक्षण हेतु कला विद्यालय भी चलाया करते थे। परंतु यह अब पिछले दिनों की बात हो गई। मौके पर उपस्थित झाड़ग्राम टूरिज्म के संस्थापक सह इंडियन एसोसिएशन आफ टूर ऑपरेटर के सदस्य सुमित दत्ता ने कहा मानब बागची के द्वारा निर्मित वस्तुयें पर्यटकों के अतिरिक्त स्थानीय लोगों के बीच भी काफी लोकप्रिय है। इनके द्वारा निर्मित वस्तुओं को झाड़ग्राम टूर डॉट कॉम के वेबसाइट पर प्रदर्शन हेतु अपलोड किया गया है। जहां इनके इस कार्य को देशी विदेशी पर्यटकों के बीच आसानी से पहुंचाया जा सके। वास्तव में यहां के स्थानीय शिल्पकारों द्वारा निर्मित वस्तुएं पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।