पितरों को विदाई देने के लिए कानपुर के घाटों पर उमड़ी भीड़

  • तर्पण पूजन, सुख-समृद्धि की प्रार्थना के साथ पितरों को दी गई विदाई

सुनील बाजपेई

कानपुर । आज यहां पितृपक्ष के अंतिम दिन रविवार को भोर पहर से ही पितरों को विदाई देने के लिए जिले के विभिन्न घाटों पर तर्पण पूजन करने वाले श्रद्धालुओं का भारी जमावड़ा रहा ।

आज रविवार को इसके लिए सबसे अधिक भीड़ बिठूर, सरसैया घाट, मैस्कर घाट, सिद्धनाथ घाट और गंगा बैराज पर नजर आई। इस बीच घाट पर पितरों का स्मरण पूजन करने के बाद सूर्य देवता को जल अर्पित कर किए हुए कार्य और पितरों का श्राद्ध पूजन करने के लिए बिठूर और सरसैया घाट पर स्वजनों की लंबी-लंबी कतारे देखने को मिलीं। आज यहां शहर के गंगा तटों पर कानपुर के साथ आस-पास जिलों के लोग भी तर्पण पूजन के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।

कराते चलें कि आज रविवार को पड़ी इस पितृपक्ष में अमावस्या तिथि विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भूले बिसरे पितरों का श्राद्ध कर्म और तर्पण कर पितरों को विदा किया जाता है।
इसलिए बिठूर के ब्रह्मावर्त घाट, रानी लक्ष्मी बाई घाट, मनु घाट और शहर के सरसैया घाट पर पहुंचे स्वजनों ने भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश को जल अर्पित करने के बाद ऋषि देवता और फिर पितरों को जल अर्पित कर पितरों को विदा किया।