साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई समय की मांग, स्टूडेंट्स बनेंगे साइबर एक्सपर्ट: राजीव कुमार सिंह, साइबर पुलिस

बदलते युग के साथ चलकर ही साइबर क्राइम पर लगेगी लगाम: प्रो. एच. के. सिंह

बी.एच.यू. वाणिज्य संकाय में साइबर सिक्योरिटी पर कार्यशाला का शुभारंभ

वाराणसी ।

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के तत्वाधान में ”साइबर सुरक्षा जागरूकता” पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर श्यामलाल गुप्ता, पृथ्वी सिंह, दीना यादव, बीएचयू के विधि संकाय के डॉ. मयंक प्रताप, विशिष्ट अतिथि डॉ. आनंद प्रकाश दूबे (स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज़, वाराणसी) और वाणिज्य संकाय प्रमुख प्रो. एच. के. सिंह ने संयुक्त रूप से किया।

मुख्य वक्ता श्यामलाल गुप्ता, साइबर पुलिस एक्सपर्ट ने छात्रों को संबोधित करते हुए साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला से छात्रों को साइबर खतरों को पहचानने और उनसे बचने के तरीके सीखने का अवसर मिलेगा।
वरिष्ठ साइबर एक्सपर्ट डॉ. आनंद प्रकाश दूबे ने कार्यशाला में भाग लेते हुए साइबर अपराधों की कार्यप्रणाली और उनसे बचने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बैंकिंग सुरक्षा, वित्तीय अनुप्रयोगों के सुरक्षित उपयोग और ऑनलाइन लेन-देन के दौरान सतर्कता की आवश्यकता पर जोर दिया।

बीएचयू विधि संकाय के डॉ. मयंक प्रताप ने साइबर लॉ, सुरक्षित ब्राउज़िंग और मजबूत पासवर्ड का उपयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी। उन्होंने मल्टी-टियर लॉगिन सिस्टम और एस.एस.एल. (सिक्योर सॉकेट लेयर) जैसे सुरक्षा उपायों के महत्व को समझाया।

कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए वाणिज्य संकाय प्रमुख प्रो. एच. के. सिंह ने छात्रों को नई तकनीकों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि बदलते युग की गति के साथ चलकर ही हम साइबर क्राइम को नियंत्रित कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आगे आने का आह्वान किया।

डॉ. ईसी मोहन और डॉ. लाल बाबू जयसवाल ने बताया कि इस कार्यशाला में छात्रों को साइबर फ्रॉड से बचने के उपायों के साथ-साथ इसके प्रति जागरूकता फैलाने के तरीके भी सिखाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि साइबर सिक्योरिटी अब समय की आवश्यकता बन गई है, और इसके बारे में शिक्षित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कार्यशाला में डॉ. मीनाक्षी सिंह, डॉ. वंदना सोनकर, डॉ. शशि यादव, डॉ. विकास जयसवाल, डॉ. विनीता सिंह, डॉ. पल्लवी, डॉ. शान्तनु सौरभ, दशरथ जी और राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यशाला का संचालन डॉ. ईसी मोहन ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. लाल बाबू जयसवाल ने किया।

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