Jharkhand: दस दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण का समापन किया गया.



दैनिक समाज जागरण रिपोर्ट पंकज भगत

पाकुड़ प्रशिक्षण प्राप्त 29 लाभुको को निदेशक आरसेटी पाकुड़ कृष्णा दास और वरिष्ठ संकाय आरसेटी पाकुड़ अमित कुमार बर्धन ने संयुक्त रूप से प्रमाण पत्र दिए। प्रशिक्षुओ को संबोधित करते हुए कृष्णा दास ने सभी के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अमित कुमार बर्धन ने कहा कि बकरी पालन एक रोजगारपरक कार्यक्रम हैं प्रशिक्षण का लाभ उठाकर व्यवसाय करे। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा ही एकमात्र साधन हैं जिससे हम अपनी जीवन को बहुत उन्नत कर सकते हैं। आर्थिक विकास हेतु यथासंभव ऋण द्वारा मदद किया जाएगा। बकरी पालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। आरसेटी द्वारा ऐसे कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जो ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाती हैं। आरसेटी में प्रशिक्षुओ को बकरी पालन के साथ साथ बैंकिंग, विपणन, वित्तीय समावेशन आदि से संबंधित जानकारी दी गई।प्रशिक्षुओ को अगले दो साल तक फॉलो अप किया जाएगा ताकि आत्मनिर्भर बनने में होने वाली समस्याओं का निराकरण कर सके।प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल्यांकन नेशनल एकेडमी ऑफ रुडसेट द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारी अरुण नाथ तिवारी व दिलीप कुमार चौधरी द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के प्रशिक्षक सुनिता हेंब्रम है। कार्यक्रम के मौके पर संकाय वापी दास, कार्यलय सहायक शिबू कुनाई व अन्य मौजूद थे।