एग्रीजंक्शन/वन स्टॉपशॉप की स्थापना कर प्रदेश के कृषि स्नातक हो रहे हैं आत्मनिर्भर

समाज जागरण दैनिक

विश्व नाथ त्रिपाठी

प्रतापगढ़। किसानों के हितलाभ के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कृषि में प्रशिक्षित युवाओं की सेवाओं का उपयोग करने हेतु प्रदेश में यू०पी० एग्रीजंक्शन योजना संचालित की जा रही है। इस प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वालम्बन योजना का उद्देश्य किसानों को उनके फसल उत्पादों के लिए कृषि केन्द्र (एग्रीजंक्शन) के बैनर तले समस्त सुविधायें ‘‘वन स्टाप शॉप’’ के माध्यम से कृषि स्नातकों द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। उत्तर प्रदेश कृषि केन्द्र योजना के अन्तर्गत कृषि स्नातक युवको को लाइसेंस निर्गत करते हुए कृषि केन्द्र की स्थापना कराई जा रही है। इन केन्द्रो से एक छत के नीचे किसानों को कई सुविधाये प्रदान की जा रही हैं जिनमें मृदा परीक्षण सुविधा तथा उपयोग हेतु संस्तुतियां उच्च गुणवत्ता के बीज, उर्वरक, जैव उर्वरक, माइक्रोन्यूट्रियन्ट्स, वर्मी कम्पोस्ट तथा जैव कीटनाशको सहित समस्त कृषि निवेशों की आपूर्ति लघु कृषियंत्रों को किराये पर उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था, प्रसार सेवाये तथा प्रक्षेत्र निर्देशन भी किया जाता है। उक्त के अतिरिक्त कृषि केन्द्रों द्वारा कृषि उपकरणों की मरम्मत तथा अनुरक्षण पशु आहार, कृषि प्रसंस्कृति कृषि उत्पादों का विक्रय, मौसम/विपणन व अन्य सम्बन्धित सूचनाओं के लिए सूचना विज्ञापन का स्थापना कराया गया है।
राज्य सरकार द्वारा कृषि प्रशिक्षित उद्यमियों को कई सुविधायें प्रदान की जाती है। कृषि व्यवसाय गतिविधियों के लिए लाइसेन्स प्राप्त करने में सहायता तथा लाइसेन्स फीस के व्यय की प्रतिपूर्ति भी कराया जाता है। इस उदेश्य के लिए बैंकों से ऋण प्राप्त करने में सहायता तथा 04 प्रतिशत की दर से व्याज अनुदान की व्यवस्था भी की जाती है। यह अनुदान बैंक की बैंक इन्डेड सब्सिडी के रूप में रखा जाता है तथा वर्ष की समाप्ति पर ऋणी के खाते में क्रेडिट कर दिया जाता है एक वर्ष तक के लिए परिसर के किराये के 50 प्रतिशत की धनराशि जो रूपया 1000 से अधिक न हो स्वतन्त्र कृषि केन्द्र व्यवसाय की स्थापना हेतु कृषि व्यवसाइयों् को प्रशिक्षण प्रदान कराना, लघु कृषि यंत्रों को अनुदानित दर पर किराये पर उपलब्ध कराने के लिए भी एग्रीजंक्शन कार्य करते है।
प्रदेश के सभी विकास खण्डों एवं तहसील मुख्यालयों पर स्थापित ‘‘वन स्टाफ शाप्स’’ पर किसान गुणवतापूर्ण कृषि निवेश एवं कृषि प्रक्षेत्र निर्देशन प्राप्त कर रहे हैं। इसी के साथ युवा कृषि स्नातक स्वयं स्वरोजगार के लिए सक्ष्म हो रहें है। प्रदेश में हजारो एग्रीजंक्शन की स्थापना करते हुए किसानों को ‘‘वन स्टाप शॉप’’ से कृषि सम्बन्धी समस्त सुविधाये दी जा रही है साथ ही प्रदेश के बेरोजगार कृषि स्नातको को रोजगार भी मिल रहा है और वे आत्मनिर्भर हो रहे है। प्रदेश में 05 हजार से अधिक एग्रीजंक्शन की स्थापना कराई जा चुकी है।
प्रदेश के कृषक उत्पादक संगठनों के गठन, प्रोत्साहन एवं सुदृढीकरण हेतु प्रदेश सरकार ने उ0प्र0 कृषक उत्पादन संगठन (एफ0पी0ओ0) नीति 2020 बनाई है। इस नीति के अन्तर्गत प्रदेश के कृषकों विशेषकर लघु एवं सीमान्त कृषकों को संगठित करके कम लागत में गुणवत्तायुक्त कृषि निवेशों की व्यवस्था व उपयुक्त नवीनतम तकनीकी को अपनाकर उच्च उत्पादन, उत्पादों के मूल्य संवर्धन एवं बेहतर मूल्य प्राप्त करने हेतु समुचित विपणन व्यवस्था कर कृषकों की आय में सत्त वृद्धि करना है। प्रदेश में अबतक लगभग 3500 एफ0पी0ओ0 का गठन किया गया है।

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