एनडीए और इंडिया को छोड़ बाकी सभी की जमानत जब्त

पांचवें पायदान पर रहा नोटा पड़े 7536 वोट

समाज जागरण
अयोध्या।
लोकसभा महासमर 2024 की मतगणना मंगलवार को सकुशल संपन्न हो गई। परिणाम में एनडीए के घटक दल भाजपा और इंडिया गठबंधन के घटक दल सपा के प्रत्याशी को छोड़कर बाकी 11 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। चुनावी मैदान में कुल 13 प्रत्याशी थे। नोटा पांचवें पायदान पर रहा और लोकसभा क्षेत्र के कुल 7536 मतदाताओं ने सपा-भाजपा समेत किसी दल अथवा निर्दल प्रत्याशी को पसंद नहीं किया और अपना मत नोटा पर दिया।
लोकसभा के चुनाव में सपा ने नौ बार के विधायक और कई बार मंत्री रहे मिल्कीपुर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र के विधायक अवधेश प्रसाद को अपना प्रत्याशी बनाया था। भाजपा ने दो बार के सांसद व पूर्व में विधायक और प्रदेश में मंत्री रहे लल्लू सिंह पर दांव लगाया था। चुनाव में पांच निर्दलीय समेत बसपा, कम्युनिष्ट पार्टी सहित छह अन्य दलों के प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे थे।
आयोग की व्यवस्था के मुताबिक अगर किसी प्रत्याशी को कुल पड़े मतों के छठवें हिस्से से कम मत मिलता है तो उसकी जमानत धनराशि जब्त हो जाती है। चुनाव में प्रत्याशियों ने 25-25 हजार रूपये की जमानत धनराशि जमा की थी। चुनाव परिणाम के मुताबिक विजयी सपा और रनर रहे भाजपा प्रत्याशी को ही कुल पड़े मतों के छठवें हिस्से से ज्यादा मत मिले, जिसके चलते बसपा, कम्युनिष्ट पार्टी, निर्दलीयों समेत अन्य सभी की जमानत धनराशि जब्त हो गई।
चुनाव परिणाम के मुताबिक वोटों का ध्रुवीकरण सपा और भाजपा के बीच सिमटा रहा। वहीं बसपा को तीसरे स्थान पर होने के बावजूद केवल 46407 मत ही मिले। कम्युनिष्ट पार्टी का प्रत्याशी केवल 15367 मत ही हासिल कर सका। आलम यह रहा कि लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने सियासी अखाड़े में भाग्य आजमाने उतरे पांच निर्दलीय और चार छोटे दलों के प्रत्याशियों को मतदान तो किया लेकिन इनसे ज्यादा पसंद नोटा को किया। जिसके चलते नोटा पांचवें पायदान पर रहा। मौलिक अधिकार पार्टी, भारत महापरिवार पार्टी, राष्ट्रीय जनशक्ति समाज पार्टी और आदर्शवादी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी तथा पांच निर्दलियों को नोटा से भी कम मत मिले।