बिहार के फर्जी थाना और फर्जी थानेदार, 500 के देहाड़ी पर बहाल हवलदार

नकली पुलिस वाले तो पकड़ाते रहते है लेकिन क्या आपने कही देखा है कि फर्जी थाने चल रहे हो। अगर आपने नही देखा है तो यहाँ देखिये। यहाँ सिर्फ फर्जी थाना नही बल्कि फर्जी थानेदार भी है। बात इतने से खत्म नही होता है यहाँ 500 की देहाड़ी पर काम करने वाले फर्जी हवलदार भी है।

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह थाना है कहाँ तो आपको बताते चले कि यह थाना बिहार के सुशासन बाबू के शासन में चल रहे बांका की है। जहाँ पर पूरा के पूरा सिस्टम ही फर्जी चलाये जा रहे थे हो रहा था वसूली का कारोबार।

थाना नकली तो नकली पुलिस वाले भी नकली। फर्जी थाना में महिला दरोगा के देख रेख में चल रहा वसूली कारोबार। विडियों में दिख रहे पुलिस वालें और पुलिस वाली सब नकली है जो 500 की देहाड़ी लेकर पुलिस के वर्दी पहनते है और फिर करते वसूली।

आखिर इतना बड़ा फर्जी थाना और उसका फर्जी सारा सिस्टम क्या वहाँ के विधायक, सांसद और छुट पैगा नेता के पहुँच से बाहर था या फिर मिली भगत से हो रहा था वसूली का कारोबार। आखिर कैसे किसी क्षेत्र में एक बड़ा थाना काम करता है जहाँ नेताओं का आये दिन आना जाना लगा रहता है। क्या हमारे इंटेलिजेंसी इतनी ज्यादा फैल है कि कोई भी नकली थाना बनाकर जनता को लूटे और सरकार प्रशासन को कानों कान तक खबर नही हो।

दाल काला है या दाल ही काला है यह तो निष्पक्ष जाँच से पता चलेगा लेकिन फिलहाल तो बांका पुलिस और वहाँ के राजनीतिक नेताओं के पोल खोल जरूर हुई है। इस पूरे फर्जीवाड़े का सरगना कौन है क्या उन पर भी कार्यवाही होंगे या फिर इन 500 की देहाड़ी लेकर बने नकली पुलिस वालों को ही सजा देकर मामले को रफा दफा कर दिया जायेगा। यह तो आने वाले समय में ही पता लगेगा । देखते रहिये आगे आगे होता है क्या ?