स्वतंत्रता सेनानी के बेटे को अपने ही घर की जमीन बचाने में हो रही परेशानी ।

राहुल कुमार गुप्ता, संवाददाता विष्णुगढ़, दैनिक समाज जागरण।

देश के लिए पिता के त्याग की नहीं रही अब कोई अहमियत।

विष्णुगढ़। पैसे और जमीन के लिए जब भाई भतीजा ही अपनी मर्यादाओं को तार तारकर आपस में लड़ रहे हैं, तो वैसे लोगों को कौन पूछे जो अपने जमीन पर कब्जे की लड़ाई लड़ रहे हैं। जमीन के लिए तो सच, झूठ पैसा का सारा खेल चल रहा है। जिसमें किसी की सच्चाई, मजबूरी, त्याग का कोई मतलब ही नहीं रह गया है। ऐसा ही एक विष्णुगढ़ पंचायत का मामला है, जहां एक स्वतंत्रता सेनानी के बेटे को प्रखंड के पुराने पंचायत भवन के समीप मौजूद अपनी 7 डिसमिल जमीन बचाने में मुश्किल हो रहा है। स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय भुनेश्वर दत्त शर्मा व्याकुल को आजादी के लड़ाई में 5 साल की सजा, मां को खादी पहनने के 6 मास की सजा पाई थी। मिथिलेश शर्मा का मकान ईट का दीवार चारो तरफ से घेरा हुआ है, पड़ोसी वह दीवार को बार-बार तोड़ देने की धमकी दे रहा है। एक स्वतंत्रता सेनानी के पुत्र को सरकारी मदद की आवश्यकता है। जबकि यह मकान बीते 70 वर्षों के पूर्व से बना हुआ है, पड़ोसी द्वारा जबरन कब्जा करने की कोशिश किया जा रहा है। इस बाबत पड़ोसी मनीष स्वर्णकार से पूछे जाने पर बताया कि पूर्व से बना हुआ घर और दीवार मेरा है, अगर दीवार उनका है, तो मेरा घर का दीवार कहा है इसकी जांच होनी चाहिए।