समाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश
पटना/ “सरकार हक मांगनेवाले हकदारों को जेल भेज रही है, जो सरकार की गलत नीतियों तथा विफलता की संकेत है।” यह बातें गुरुवार को पटना जिले के पालीगंज स्थित बिहटा चौक पर आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान लोगो को सम्बोधित करते हुए बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति के संरक्षक सह पूर्व मुखिया चन्द्रसेन वर्मा ने कहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन की मांग के समर्थन तथा बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति के संयोजक चंदन वर्मा के गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को पटना जिले के पालीगंज बाजार स्थित बिहटा चौक पर धरना प्रदर्शन किया गया। जिसकी अध्यक्षता बिहटा- औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति के संरक्षक चंद्रसेन वर्मा ने किया। मौके पर हजारों की संख्या में पालीगंज के किसान, मजदूर, युवा, दुकानदार तथा व्यवसायिक संघों ने भाग लिया। धरना प्रदर्शन की शुरुआत में सामाजिक कार्यकर्ता और दुकानदार लोगों ने स्थानीय स्तर पर पूरे बाजार में घूम–घूम कर दुकान बंद कर धरना स्थल पर आने की अपील लोगो से किया। जिसमें केंद्र सरकार और रेलवे प्रशासन के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया और दुकानदार एवं अन्य व्यवसाय से जुड़े लोगों ने भी अपने–अपने दुकाने बंद कर कार्यक्रम के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे। जहां आमजन, दुकानदार तथा व्यवसायी संघों ने अपनी बात कही और एक जुट होकर नारा लगाया कि “चंदन वर्मा मत घबराना हम तुम्हारे साथ है” और साथ ही चंदन वर्मा को बिना शर्त के जेल से रिहा करने की मांग करते हुए सरकार से केस वापस करने की मांग किया। वही विगत 44 वर्षों से लंबित इस परियोजना को धरातल पर उतारने की मांग सरकार से किया। मौके पर वक्ताओं ने परियोजना से होने वाले लाभ के बारे में बताया और समझाया कि बिहटा- औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना को केंद्र सरकार विगत 44 वर्षों से ठंडे में डाले हुए हैं जबकि यह परियोजना इस क्षेत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण व महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। पिछले कई वर्षों से संघर्ष समिति द्वारा इसके लिए आंदोलन चलाए जा रहे हैं। रेलवे प्रशासन व केन्द्र सरकार द्वारा गलत तरीके से आंदोलन को दबाने के उदेश्य से आंदोलनकारी को जेल में बंद करने का यह कुकृत्य किया जा रहा है। अंत में बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाईन संघर्ष समिति के संरक्षक चंद्रसेन वर्मा ने साफ तौर पर घोषित किया कि एक गहरी साजिश के तहत चंदन वर्मा को फंसा कर जेल भेजने का काम केन्द्र सरकार ने किया है इससे हमलोग डरने वाले नहीं हैं। मुख्य मांगे 2025 के बजट में योजना की पर्याप्त राशि मंजूर की जाय, रेलवे लाईन का DPR तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा जाय, भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू किया जाय, साथ ही बिहटा–औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति द्वारा घोषणा की गई कि जब तक यह परियोजना शुरू नहीं हो जाती हमारा यह रेलवे आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर जवाहिर गुप्ता, राज रंजन वर्मा, मुखिया अरविंद मौर्य, पूर्व जिला पार्षद अरविंद कुशवाहा, हेमांशु शेखर, ऋचा झा, दीपक कुमार, मुख्य पार्षद विरेंद्र बैठा, अभिषेक कुमार, विकाश आर्या, उमेश सिंह, पंकज कुमार व नवल किशोर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि पिछले 44 वर्षो पूर्व इलाके से लगातार जीत हासिल कर केंद्रीय मंत्री रहे चंद्रदेव प्रसाद वर्मा ने बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन का सपना देखा था। उसके बाद तत्कालिक रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने चंद्रदेव प्रसाद का सपना साकार करने के लिए पालीगंज स्थित खेल मैदान में बिधिवत रूप से बिहटा रेलवे लाइन का शिलान्यास किया था। तब से यह योजना लंबित है। जिसको पूरा कराने की मांग करते हुए स्थानीय स्तर पर बिगत कई वर्षों से लगातार आंदोलन की जा रही है। इसके लिए बिहटा औरंगाबाद रेलवे संघर्ष समिति का गठन कर स्थानीय लोगो ने चंदन वर्मा के नेतृत्व में दिल्ली स्थित जन्तर मंतर तक पैदल मार्च करते हुए पहुंचा था और वहां भी धरना प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद भी कार्य की शुरुआत नही हुई तो आंदोलनकारियों ने बिहटा पहुंचकर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था। जिसको लेकर रेलवे प्रशासन ने बिहटा–औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति के संयोजक चंदन वर्मा सहित लगभग एक दर्जन लोगों पर एफआईआर दर्ज कराया था। तब से चंदन वर्ना के घर पर बार–बार रेल प्रशासन आकर कुर्की–जब्ती का नोटिस चिपका कर डरा रहा था। अंततः विगत 26 सितंबर 2024 को रेल मैन चंदन वर्मा ने रेलवे कोर्ट में सरेंडर कर दिया।