संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षाकर्मियों को नियमित वेतनमान निर्धारित कर सरकार करे प्रतिमाह वेतन भुगतान : फैक्टनैब

बकाया अनुदान राशि का हो एकमुश्त भुगतान :डा.शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा

पटना।

बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ ( फैक्टनेब) के प्रधान संयोजक डा.शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा ने सरकार से आग्रह किया है कि बिहार के उच्च शिक्षा में संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों की अहम भूमिका रहती है। 2008 में आपके द्वारा संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों को अनुदानित किये जाने से आशा की किरण दिखाई दिया, परन्तु वह संकल्प लालफीताशाही का शिकार हो कर रह गई। परिणामस्वरूप शैक्षणिक सत्र 2017 से अनुदान राशि राज्य सरकार के पास बकाया है।
फैक्टनेब सरकार से अपील करता है कि शिक्षा – शिक्षाकर्मी – शिक्षार्थी के भविषार्थ निम्नलिखित बिन्दुओं पर त्वरित कार्रवाई करने की कृपा की जाय 1. सभी संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षाकर्मियों के लिए सम्मान जनक वेतन मान निर्धारित कर प्रतिमाह वेतन भुगतान किया जाये।

  1. वर्ष 2008 के संकल्प का अनुपालन करते हुए बकाया अनुदान ( इंटर खंड सहित ) राशि का भुगतान , महंगाई की बढ़ी दर पर डेढ़ करोड़ और इंटर खण्ड में पच्चास लाख की सीमा समाप्त कर शत-प्रतिशत की जाय ।

3.परीक्षा फल आधारित अनुदान राशि को शासी निकाय के अनुमोदन के आधार पर शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी के बैंक खाते में भुगतान किया जाए ।
4.महाविद्यालय के आंतरिक श्रोत से आय का 70 प्रतिशत राशि शिक्षाकर्मी के वेतन मद में भुगतान सुनिश्चित किया जाय ।
5.सीनेट, सिंडिकेट एवं एकेडमिक काउंसिल में भागीदारी सुनिश्चित किया जाए।
6.नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए सभी संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में जहां कला वाणिज्य एवं विज्ञान में प्रतिष्ठा संकायों का मान्यता प्राप्त है वहां स्नातकोत्तर स्तर की मान्यता दी जाय तथा पास स्तर तक मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों को प्रतिष्ठा स्तर की मान्यता प्रदान की जाय।
7.संबद्ध डिग्री कॉलेज के सहायक प्राध्यापकों को प्रोन्नति की सुविधा प्रदान की जाय ।
8.सभी संबद्ध डिग्री कॉलेज में बी. एड. कोर्स पड़ाई की मान्यता दी जाय।
9.सभी संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षाकर्मियों को भविष्य निधि कोष, कर्मचारी कल्याण कोष, सामुहिक जीवन बीमा, एवं सेवा पुस्तिका की सुविधा उपलब्ध कराया जाय ।

  1. सभी संबद्ध महाविद्यालयों में सकल नामांकन अनुपात के आधार पर सभी संकायों में अंगिभूत महाविद्यालयों की भांति सीटों की वृद्धि की जाय ।
    11.कार्यरत शीक्षाकर्मियों की लम्बी सेवा को ध्यान में रखते हुए उनकी सेवा समय सीमा के अन्तर्गत शीघ्र समायोजित किया जाय । यथा , सृजित पदों पर कार्यरत शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की सेवा का अनुमोदन करने का निर्देश जारी किया जाय ।