गया (गजेन्द्र कुमार)ज़िला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा बोधगया प्रखंड कार्यालय में टनकुप्पा प्रखंड, मोहनपुर प्रखंड तथा बोधगया प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारियों, तीनों प्रखंड के मुखिया जी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कनीय अभियंताओं, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी सहित प्रखंड स्तरीय अन्य पदाधिकारियों के साथ पेयजल समस्या यथा नल जल योजना एवं चापाकल द्वारा पेयजल आपूर्ति संबंधी समीक्षा बैठक की गई, समीक्षा बैठक में जिला पदाधिकारी ने कहा कि नल जल योजना यथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग तथा पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित है। सात निश्चय योजना के तहत कई टोलों में कार्य/ योजना पूर्ण हो चुका है। कुछ जगहों पर तकनीकी खराबी या पानी लीकेज के कारण जलापूर्ति बंद है, उसे 15 अप्रैल के पहले मरमत्ती कराते हुए जलापूर्ति सुचारू कराने का निर्देश दिए। उन्होंने खराब चापाकलों के सर्वेक्षण कार्य तेजी से कराने का निर्देश दिए साथ ही उन्होंने पंचायत वार जनप्रतिनिधियों से खराब चापाकलों के संबंध में जानकारी लिया। चापाकल मरमत्ती तथा जलापूर्ति योजनाओं के तहत जो लीकेज हैं, उसे युद्ध स्तर पर मरमत्ती कराते हुए पेयजल आपूर्ति कराने का निर्देश दिए। *उन्होंने सभी पदाधिकारियों को कहा कि गर्मी शुरु हो चुका है, 15 अप्रैल तक सारे त्रुटियां दूर करते हुए जहां पर गड़बड़ीया है, अनियमितता है, वहाँ प्रशासनिक कार्रवाई कठोरता से किया जाएगा। सभी पदाधिकारी अपने अपने दायित्वों का पूरी तरह से निर्वहन करें। समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु 15 वी वित्त आयोग द्वारा राशि उपलब्ध कराया गया है उसे किस तरह से खर्च करना है उसका तरीका क्या है इत्यादि के बारे में बताया गया। उन्होंने उप विकास आयुक्त तथा जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अगले 2 दिनों के अंदर सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, मुखिया जी तथा अन्य संबंधित पदाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यशाला का आयोजन करते हुए उन्हें विस्तार से सभी बिंदुवार जानकारियां उपलब्ध करावे। *उन्होंने कहा कि इस गर्मी में पूरी कोशिश करे कि ज़िले के किसी भी टोले में पानी की समस्या ना हो।* जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को निर्देश दिया कि प्रखंड वार कंट्रोल रूम का संचालन सुनिश्चित करें ताकि पेयजल की समस्या आने पर उसे त्वरित गति से समाधान किया जा सके। साथ ही उन्होंने उप विकास आयुक्त श्री सुमन कुमार को निर्देश दिया कि जिला नियंत्रण कक्ष को भी गर्मी के मौसम में जलापूर्ति से संबंधित आने वाले फोन कॉल का त्वरित गति से समाधान करावे। उन्होंने गया जिला वासियों से कहा कि यदि किसी टोले में पानी की समस्या, मोटर की खराबी होने आदि होने पर जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 0631 2222253/59 पर भी संपर्क कर सकते हैं। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को निर्देश दिया कि 15 अप्रैल के पहले चापाकल मरम्मति दल के 60 टीम बनाकर निर्धारित अवधि के पहले सभी वाडो/ टोलो के खराब चापाकलों को मरमत्ती कराते हुए उसे चालू करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी कनीय अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया कि अभी से लगातार फील्ड में रहकर कार्यों का मॉनिटरिंग करेंगे। समीक्षा बैठक में कई मुखिया जी ने सरकारी विद्यालयों में चापाकल मरमत्ती कराने का अनुरोध किया, जिस पर जिला पदाधिकारी ने ज़िला शिक्षा पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिया कि *सभी सरकारी विद्यालयों के खराब चापाकलों का पूरा पता सहित सूची 7 दिनों के अंदर उपलब्ध करावे* ताकि गर्मी के पहले सभी चापाकल को दुरुस्त किया जा सके। *समीक्षा बैठक में जिला पदाधिकारी सभी मुखिया कहा कि अपने अपने क्षेत्र के खराब चापाकलो की सूची 2 दिनों के अंदर प्रखंड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध कराएं ताकि उसे मरम्मत करवाया जा सके।* समीक्षा के दौरान कुछ अभियंता द्वारा बताया गया की पाइप की आपूर्ति नहीं रहने के कारण चापाकल मरम्मत का कार्य धीमा है। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया कि डिविजनल ऑफिस के स्टोर रूम से अभिलंब पाइप आपूर्ति करावे ताकि तेजी से चापाकलों की मरमत्ती कराया जा सके। नल जल योजना के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि वैसे पंचायतों में जहां अब तक वार्ड सचिव का चयन नहीं हुआ है सात दिनों के अंदर वार्ड सचिव का चयन करते हुए पेयजल समस्या के कार्य में लगावे ताकि इस गर्मी के मौसम में किसी भी वार्ड में पानी की समस्या ना हो। बैठक में बताया गया कि कुछ कुछ जगहों पर नल जल योजना का पाइप फटने के कारण जलापूर्ति बाधित है। जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को कहा कि जहां-जहां पाइप फटा हुआ है तथा किन विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त हुआ है, कौन से टोले, पंचायत, वार्ड इत्यादि पूरी डिटेल्स के साथ सूची बनाएं ताकि क्षतिग्रस्त पाइप की मरम्मत संबंधित विभाग द्वारा करवाते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी वार्ड में स्टार्टर खराब होने, मोटर खराब होने इत्यादि छोटी-छोटी समस्या के कारण जलापूर्ति बंद है तो उसे 2 दिनों के अंदर मरम्मत करवाते हुए पेयजल आपूर्ति चालू करवाना सुनिश्चित करें। समीक्षा बैठक के दौरान एक एक कर सभी मुखिया जी ने अपनी क्षेत्र के पेयजल आपूर्ति के बारे में विस्तार से जानकारी दिया। बैठक में सहायक समाहर्ता डॉ अनुपमा सिंह, उप विकास आयुक्त श्री सुमन कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अभियंतागण सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।