जहाँगीर रतनजी दादाभाई टाटा महान इंजीनियर थे : डॉ0 जटाशंकर पांडे

फुलचांद पारित, समाज जागरण, प्रखंड संवाददाता, नीमडीह
चांडिल : आज नारायण प्राइवेट आईटीआई लूपुंगडीह चांडिल मैं जहाँगीर रतनजी दादाभाई टाटा की जयंती मनाई गई इसमें उपस्थित संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडे ने का जहाँगीर रतनजी दादाभाई टाटा का जन्म 29 जुलाई 1904 को हुई थी वे उद्योग और अन्य उद्योगो के अग्रणी थे। वे रतनजी दादाभाई टाटा और उनकी फ्रांसीसी पत्नी सुज़ेन्न ब्रीरे के पांच संतानो मे से दुसरे थे। वे दशको तक टाटा ग्रुप के निर्देशक रहे और इस्पात, इंजीनीयरींग, होट्ल, वायुयान और अन्य उद्योगो का भारत मे विकास किया। उन्होंने टाटा एयरलाइंस शुरू की। भारत के लिए महान इंजीनियरिंग कंपनी खोलने के सपने के साथ उन्होंने में टेल्को की शूरूआत की जो मूलतः इंजीनियरिंग और लोकोमोटिव के लिए थी। भारत के लिए महान इंजीनियरिंग कंपनी खोलने के सपने के साथ उन्होंने 1945 में टेल्को की शूरूआत की जो मूलतः इंजीनियरिंग और लोकोमोटिव के लिए थी। उन्हे वर्ष 1957 मे पद्म विभूषण और 1993 में भारत रत्न से सम्मनित किया गया। इस अवसर पर ऐडवोकेट निखिल कुमार, शांती राम महतो, पवन कुमार महतो, कृष्ण चंद्र महतो, देव कृष्णा महतो अजय कुमार मंडल, गौरव महतो आदि उपस्थित थे।