जिला प्रशासन की लापरवाही एवं वाहनों की तेज रफ्तार लोगों की ले रही है जान ।



जान की कीमत मुआवजे से चुकाना सरकार एवं जिला प्रशासन भूल जाए तो घटनाओं पर नियंत्रण संभव।

दैनिक समाज जागरण ,सत्य प्रकाश नारायण जिला संवाददात्ता / धनंजय कुमार विधि संवाददात्ता ,औरंगाबाद (बिहार )
औरंगाबाद (बिहार ) 5 दिसंबर 2022:- वाहनों की रफ्तार इस कदर बढ़ी है कि 11माह में औरंगाबाद जिले के दाउदनगर प्रखंड़ में 27 दुर्घटना घटी। चौक चौराहे पर कोई सुरक्षात्मक उपाय नहीं दिखाई पड़ रहा है। छोटी मोटी दुर्घटना घटती रह रही है हालांकि गनीमत है कि लोग सिर्फ चोटिल होकर या गंभीर स्थिति में हॉस्पिटल पहुंचते-पहुंचते मौत के मुंह में समा रहे हैं। कुछ लोग तो वाहनों की तेज रफ्तार में तेज रफ्तार की चपेट में आने से दुर्घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो जा रही है।

दाऊद नगर नहर रोड में वाहनों की गति पर कोई अंकुश नहीं होता है ।
मौला बाग नहर पुल के पास चौराहे पर सुरक्षात्मक उपाय किए जाने की मांग लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन नहर रोड में चौरम से दाउदनगर तक तथा सिपहा की ओर से दाउदनगर तक वाहनों का तेज गति से आवागमन होता है। दाउदनगर बानो रोड पर भी कई स्थानों पर सघन आबादी वाला क्षेत्र है । इस रोड पर भी वाहनों की तेज गति देखी जा सकती है । दाउदनगर प्रखंड़ में 11 महीने में सड़क हादसे के 27 मामले सामने आए हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो 2022 में दाउदनगर थाने में 27 मामले दर्ज हो चुके हैं, इस दुर्घटना में करीब 2 दर्जन से अधिक लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं तथा दर्जनों लोग घायल हुए हैं अधिकांश बाइक सवार इस दुर्घटना में शामिल हैं। एनएच पर वाहनों की तेज स्पीड थमने का नाम नहीं ले रहा है और वह अनियंत्रित होकर धीमी गति से चलने वाले वाहनों को दुर्घटनाग्रस्त कर देते हैं स्थिति सिर्फ इन्हीं 2 सड़कों की नहीं है बल्कि स्टेट हाईवे के तरफ से हो चाहे एन.एच 2 की बात करें तो सभी जगह एक ही स्थिति दिखाई पड़ रही है एनएच 139 औरंगाबाद पटना मुख्य सड़क पर श्री सीमेंट के पास लगातार दुर्घटना हो रही है ,लेकिन सुरक्षात्मक उपाय नहीं हो पा रहा है। इस सड़क पर व्यस्त ट्रैफिक है तो एक साथ दोनों तरफ से वाहनों के आवागमन की स्थिति में फुटपाथ तक नहीं बचता है जिससे बाइक सवार या पैदल चलने वाले लोग आवागमन कर सके ,ऐसी स्थिति में दुर्घटना होना लाजमी है।

वाहनों की रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए एचडी स्पीड गन रहने की आवश्यकता है ।

स्पीडगण सड़क पर चलने वालों वाहनों की गति को मापता है।
वाहनों की रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए एचडी स्पीड गन रहने की आवश्यकता है,ताकि वाहनों की गति पर नजर रखी जा सके, कोई वाहन चालक स्पीड की लिमिट को पार करता है उसकी तत्काल सूचना संबंधित विभाग को पहुंचे । स्पीडगण सड़क पर चलने वालों वाहनों की गति को मापता है। श्री सीमेंट प्लांट के पास कोचिंग जा रही पूजा कुमारी कोसडीहरा निवासी रामाश्रय यादव की 17 वर्षीय पुत्री पूजा कुमारी की मौत तेजी से चल रही ट्रक के टक्कर लगने के बाद घटनास्थल पर ही हो गई इस घटना से स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और रोड को जाम कर धरना प्रदर्शन शुरू किए।
मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजेश कुमार दल बल के साथ पहुंचे और किसी प्रकार से आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया और लोगों से कहा कि सरकारी नियमाकुल मुआवजे का भुगतान होगा।

श्री सीमेंट फैक्ट्री के पास इस प्रकार की घटनाएँ लगातार घटती रहती है लेकिन जिला प्रशासन लगातार दुर्घटना होने के बाद भी आजतक कोई कारगर कदम उठा नहीं पाया है जिसके वजह से लगातार जाने जा रही है।