हर जगह से थके हारे व्यक्ति को अंततः न्याय दिलाती है पत्रकार की कलम : डा. जनार्दन राय

-हिन्दी पत्रकारिता दिवस
-पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन का अखार ढाले पर भव्य आयोजन
-दर्जन भर पत्रकारों को अंगवस्त्रम और कलम देकर किया सम्मानित

शशिकांत ओझा, ब्यूरो चीफ, समाज जागरण

बलिया : समाज का व्यक्ति जब हर जगह से थक जाता है तो अंत में उसे पत्रकार कलम ही न्याय दिलाती है। उक्त बातें पूर्वांचल के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ0 जनार्दन राय ने पत्रकार वेलफेयर सोसाइटी बलिया के तत्वावधान में मीडिया सेंटर अखार पर आयोजित हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर मंगलवार के दिन बतौर मुख्य अतिथि कहीं।

कहा कि कलम के सिपाही अपनी कलम से समाज को एक नई दिशा देते हुए समाज के क्रिया-कलापों और गतिविधियों पर नजर रखते हुए उसे उजागर करते हैं, तथा उसके समाधान का प्रयास भी बताते है। साथ ही लोगों की आवाज को अपने समाचार पत्रों में प्रमुख स्थान देकर न्याय की आस छोड़ चुके लोगों को न्याय दिलवाने का काम करते हैं। गंगा मुक्ति अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी रमाशंकर तिवारी ने कहा कि पत्रकारिता के समक्ष वर्तमान परिवेश में काफी चुनौतियां हैं। पत्रकारों को धैर्य से काम लेते हुए लोगों की आवाज को उठाना है। वरिष्ठ पत्रकार शशिकांत ओझा ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र को व्यवसाय का क्षेत्र बनाए जाने के कारण पत्रकारों के समक्ष चुनौतियां खड़ी हुई हैं। पत्रकार चाहकर भी निष्पक्ष पत्रकारिता करने में अपने को असहज महसूस कर रहा है। प्रधानसंघ के मंडल अध्यक्ष विमल पाठक ने कहा कि पत्रकारिता में कितनी भी गिरावट आई है, लेकिन आज भी लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकारिता पर ही लोगों को भरोसा है। वरिष्ठ कवि व साहित्यकार डॉ फतेहचंद गुप्ता ने शहीद मंगल पांडेय के वीरता पर आधारित कविता सुनाकर लोगो में जोश भर दिया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जिले भर से आए दर्जनों पत्रकारों को हिंदी पत्रकारिता दिवस पर अंगवस्त्रम एवं कलम भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ जनार्दन राय, शशिकांत ओझा, रमाशंकर तिवारी, फतेहचंद बेचैन, विमल पाठक, अखिलानंद तिवारी, जितेंद्र उपाध्याय, प्रदीप गुप्ता, श्रवण पांडेय, सुनील सेन दादा, अजीत ओझा, डॉ हरेंद्रनाथ यादव, डॉ सुरेशचंद्र, हरेराम यादव, तिलक कुमार, इमरान खान, प्रभाकर सिंह, अजय पांडेय, धनंजय तिवारी, मुशीर जैदी, राजू दुबे, कुलदीप दुबे, वसीम अंसारी, रमेशचन्द्र गुप्ता, गोविंद पाठक, पन्नालाल गुप्ता, धीरज यादव, गणेशजी सिंह, रविंद्रपाल मुखिया, विवेक सिंह विश्वनाथ पांडेय, अख्तर अली आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रणजीत सिंह ने किया।