पालीगंज में आहर पइन की उड़ाही के नाम पर मची लूट

किसानों को हो रही काफी नुकसान

समाज जागरण संवाददाता:- वेद प्रकाश पालीगंज अनुमंडल

पालीगंज/ अनुमंडल क्षेत्र के कई इलाके में आहर पइन की उड़ाही के नाम पर लूट मची हुई है। जबकि इन कार्यो से किसानों को काफी नुकसान हो रही है। लेकिन लूट की अभियान में शामिल अधिकारियों व कर्मचारियों की आंखों पर पट्टी बन्ध चुकी है। किस पइन व आहर की उड़ाही कितनी होनी चाहिए इसकी उचित जांच किये बिना अभियंताओ के द्वारा केवल कागजी प्रक्रिया पूरी कर कार्य करवाई जा रही है। यहां तक कि पुलिया निर्माण कराने के नाम पर भारी लूट मची हुई है। जिसका खामियाजा किसानों व आम लोगो को भुगतना पड़ रहा है। उदाहरण के तौर पर मेरा पतौना पंचायत को लिया जा सकता है। जहां के पंचायत समिति सदस्य नागेंद्र मांझी के द्वारा पइन की उड़ाही जेसीबी लगाकर इतनी गहराई तक कराई गई है की किसानों को खेती करने के लिए इस पार से उस पार तक कृषि उपकरणों को ले जाना मुश्किल हो गया है। इतना ही नही धान का मोरी तक लेकर पार करने में किसानों को काफी मुश्किल हो रही है। इस समस्या से पंचायत समिति सदस्य नागेंद्र मांझी को उड़ाही के समय अवगत कराया गया था तो उसने ठीक कराने का आश्वासन दिया था लेकिन ठीक नही कराया। आज पईन में पानी भरते ही किसानों की खेत की मेड़े कटकर गड्ढा किया गया पईन में बहने लगा है। जिससे खेतो में कृषि कार्यो के लिए पानी जमा नही हो पा रहा है। इतना ही नही उसी पईन पर जिला पार्षद रामनारायण यादव के द्वारा पुलिया सह सुलिस गेट का निर्माण कराई जा रही थी। जिसका निर्माण कार्य पूरी भी नही हुई कि पहली वर्षा की पानी मे बह रहा है। किसानों को उम्मीद था कि पुलिया सह सुलिस गेट निर्माण होने के बाद उनके खेतो में पानी पहुंच पाएगी लेकिन सपने अधूरी रह गयी। उतना ही नही इतना अधिक गहराई तक पईन की उड़ाही के कारण किसानों के खेतों में पानी नही पहुंचकर सभी वर्षा का पानी नदी की ओर चला जा रहा है। जिसे देख किसानों को ऐसा महसूस होने लगा है की ऐसा कार्य किस काम का जो लाभ के स्थान पर नुकसान पहुंचाए। यह सरकारी पैसे का दुरुपयोग नही है तो और क्या है? इसे लूट नही तो क्या कहा जाए? लेकिन सबसे बड़ी चिंतनीय विषय यह है कि अनुमंडल क्षेत्र में इतने पदाधिकारियों के होते कार्य की गुणवता की सही जांच क्यो नही होती?