विकासखण्ड स्तरीय जनपद पंचायत मस्तूरी में स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में किया सामुहिक श्रमदान

समाज जागरण ब्यूरो विवेक देशमुख

मस्तुरी। स्वच्छता ही सेवा अभियान 2023 का लक्ष्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित बस स्टैण्ड, रेल्वे स्टेषन, पर्यटन स्थल, चिड़ियाघर, राष्ट्रीय उद्यान, अभ्यारण, ऐतिहासिक स्मारक, विरासत स्थल, नदी, तालाब घाट का किनारा, नालियां, इत्यादि सार्वजनिक स्थानों को व्यापक रूप से स्वच्छ रखना है।
01 अक्टूबर 2023 को विकासखण्ड स्तरीय कार्यक्रम जनपद पंचायत मस्तूरी के अन्तर्गत ग्राम पंचायत जयरामनगर स्थित धार्मिक स्थल मां सती दाई झिरिया मंदिर में कार्यक्रम आयोजित की गई। आयोजित कार्यक्रम में सामुहिक श्रमदान , पौधारोपण , स्वच्छता शपथ ग्रहण, सामुहिक हाथ धुलाई इत्यादि गतिविधियों को आयोजन किया गया । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से क्षेत्रीय विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी , मुख्य अतिथि के रूप शामिल हुए कार्यक्रम में विधायक बांधी ने अपने उद्धबोधन में स्वच्छता ही सेवा अभियान के अन्तर्गत उन्होंने यह कहा कि महात्मा गांधी जी के संदेशों का व्यापक रूप से मा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने प्रचार प्रसार करते हुए उनकें आदर्शो का लगातार पालन कर स्वच्छता को अपनाया जावे जिससे की पुरे भारत के नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र कचरा मुक्त हो सके, इसी तारतम्य में बजरंग वर्मा अनुविभागीय अधिकारी (रा.) मस्तूरी के द्वारा उद्धबोधन में कहा गया कि मै बचपन से ही स्वच्छता के प्रति अति जागरूक हॅू एवं मैं अपने कार्यकाल में जहाॅ भी रहा वहाॅ के सभी लोगों को हमेशा स्वच्छता के प्रति जागरूग रहने के लिए प्रेरित करते रहा, इसी क्रम में वर्तमान में पदस्थ पीयूष तिवारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत मस्तूरी ने कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूक रहना अति आवश्यक है ताकि, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण अपना समन्वयय बनाए रखे। साथ ही इसी संबंध में मिथिलेश देवांगन, अति. मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत मस्तूरी के द्वारा स्वच्छता ही सेवा के तहत् उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों एवं आमजनो को संदेश दिया गया कि स्वच्छता अपनाते हुए निरंतर स्वच्छता का स्थायित्व बनाए रखने संबंधी विस्तृत तौर पर जानकारी दी गई।
आयोजित कार्यक्रम में सरपंच जयरामनगर श्रीमती गिरिजा देवी अग्रवाल ,महिला स्व. सहायता समूहों के सदस्यो के साथ ही जनप्रतिनिधि/गणमान्य नागरिक/ अधिकारी/कर्मचारीयों का विषेष योगदान रहा ।