नरगोड़ा सरपंच के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव निकला फर्जी, कलेक्टर ने किया पद पर बहाल

नरगोड़ा सरपंच ने बिलासपुर कमिशनर व उच्च न्यायालय में लगाया कैवियट

कलेक्टर ने पंचो द्वारा लगाया गया सभी आरोपों को किया खारिज, जांच में पाया गया असत्य

नरगोड़ा सरपंच के अविश्वास प्रस्ताव पर तत्कालीन एसडीएम की भूमिका भी है संदिग्ध

समाज जागरण ब्यूरो विवेक देशमुख

मस्तुरी। ग्राम पंचायत नरगोड़ा के सरपंच फूलबाई प्रजा खरे के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को जिला कलेक्टर ने ख़ारिज कर दिया है, नरगोडा सरपंच के खिलाफ पंचो द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच पूरी तरह से बेबुनियाद पाए गए जिसके बाद कलेक्टर ने सरपंच फूलबाई प्रजा खरे को सरपंच पद पर बहाल कर दिया है| इस जीत के बाद सरपंच ने बिलासपुर कमिश्नर व हाईकोर्ट में केवियट भी दाखिल कर दिया है|

गौरतलब है कि ग्राम पंचायत नरगोड़ा के वर्तमान सरपंच फूलबाई प्रजा खरे को हटाने पंचायत के पूरे 20 वार्ड के पंच लामबंद होकर मस्तूरी एसडीएम महेश शर्मा से सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए ज्ञापन दिया था, ज्सिके बाद एसडीएम ने भी मामले एकी जांच पड़ताल किए नरगोड़ा के सरपंच फूलबाई प्रजा खरे को पद से हटाने के निर्देश जारी किए थे जिसके खिलाफ नरगोड़ा के सरपंच फूलबाई प्रजा खरे ने जिला कलेक्टर के समक्ष अपील की थी, बिलासपुर कलेक्टर ने इस मामले की जांच के आदेश दिए जिसमे पंचो द्वारा नरगोड़ा सरपंच के खिलाफ लगाये गए सभी आरोपों को बेबुनियाद पाया व सरपंच को पद पर बहाली के आदेश दिए|

ज्ञात हो कि नरगोड़ा सरपंच फूलबाई प्रजा खरे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में तथाकथित वसुलीबाज परमेश्वर विश्वकर्मा द्वारा षड्यंत्र कर नरगोड़ा पंचायत के पंचो को दिग्भ्रमित कर झूठे आरोप लगाकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था मगर कलेक्टर की जांच में सरपंच के खिलाफ लगाए गए सारे आरोप झूठे पाए गए| वार्ड क्रमाक पांच के पंच परमेश्वर विश्वकर्मा बेहद विवादित व्यक्ति रहे है पूर्व में भी पिछले सरपंच पर इसी तरह के तमाम आरोप लगाकर मीडिया को दिग्भ्रमित करते हुए समाचारों का प्रकाशन कराया था ताकि प्रशासन पर दबाव बना सके मगर परमेश्वर विश्वकर्मा ने इस विरोध को रफादफा कर दिया| सूत्रों की माने तो परमेश्वर विश्वकर्मा ने सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने एक सोची समझी योजना के तहत किया था ताकि सरपंच से अवैध रूप से उगाही कर सके, मीडिया में बार बार सरपंच के खिलाफ समाचार प्रकाशन कर सरपंच के खिलाफ माहौल बनाकर साठगाठ कर लिया और पुरे मामले को ठन्डे बस्ते में डाल दिया मगर पुरानी साठ गाठ में कथित त्रुटि होने की वजह से वसुलीबाज परमेश्वर विश्वकर्मा ने पुन: सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पंचो को दिग्भ्रमित करना आरम्भ किया जिसके फलस्वरूप पंचो ने एसडीएम को सरपंच के खिलाफ ज्ञापन सौपा है|

दिग्भ्रमित करने में माहिर है परमेश्वर विश्वकर्मा :- ग्राम पंचायत नरगोड़ा के सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लाने व पंचो को दिभ्रमित करने का मास्टर माइंड परमेश्वर विश्वकर्मा को बताया जा रहा है, सूत्रों की माने तो परमेश्वर विश्वकर्मा पंचायत के पंचो को सरपंच के खिलाफ भड़काकर अपना स्वार्थ पूरा करना चाहता है ताकि धन उगाही हो सके| परमेश्वर विश्वकर्मा द्वारा मीडिया को भी धोखे में रखकर सरपंच के खिलाफ समाचारों का प्रकाशन करवाता है ताकि प्रशासन पर दबाव बना सके और उगाही कर अपना उल्लू सीधा कर सके|ऐसे वसुलीबाज लोगो के खिलाफ प्रशासन को संज्ञान लेते हुए कार्यवाही किया जाना हितकर होगा|