नोएडा: जागृति प्रकाशन के नए विक्रय केन्द्र का उद्घाटन, दो पुस्तकों का किया गया लोकार्पण

नोएडा समाज जागरण डेस्क

नोएडा। सेक्टर 10 स्थित सी 142ए में जागृति प्रकाशन के नए विक्रय केन्द्र का उद्घाटन किया गया दीप प्रज्वलित कर विधि विधान के साथ किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम मे दो पुस्तकों का भी लोकार्पण किया गया जिसमें रामशंकर अग्निहोत्री द्वारा संपादित “अविस्मरणीय बाबासाहब आपटे” तथा डॉ हरवंशलाल ओबेराय द्वारा लिखित “विश्व भारत का चिर ऋणी है। ” लोकार्पण मुख्य अतिथि विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार एवं उत्तर प्रदेश तथा उत्तरांचल के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख कृपाशंकर द्वारा किया गया।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने नोएडा के लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि वह 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के कार्यक्रम को स्थानीय मंदिरों में जाकर एलईडी पर प्रत्यक्ष देखें। उस दिन उनकी चिर इच्छा इच्छा पूर्ण होने जा रही है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब आपटे संघ के प्रथम प्रचारक थे। वह डॉक्टर हेडगेवार जी के अनन्य साथी थे। संघ कार्य के विस्तार के लिए उन्होंने कई बार सारे देश का दौरा किया। अविस्मरणीय बाबा साहब आप्टे पुस्तक में उनके जीवन के अनेक प्रेरक प्रसंग का वर्णन किया गया है।
“विश्व भारत का ऋणी है” के विषय में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसके लेखक डॉक्टर हरवंशलाल ओबेरॉय उद्भट विद्वान थे उन्हें यूनेस्को ने विश्व के विभिन्न विश्वविद्यालयों में भारतीय संस्कृति और दर्शन पर व्याख्यान माला के लिए 1963 में आमंत्रित किया था। फलत: 106 देश की यात्रा उन्होंने इस हेतु की। व्याख्यान माला के साथ-साथ उन देशों में भारतीय संस्कृति के बारे में शोध कार्य भी करते रहे उसी का दिव्य दर्शन इस पुस्तक में हमें देखने को मिलता है।
उत्तर प्रदेश तथा उत्तरांचल के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख कृपाशंकर जी ने कहा कि ये दोनों ही पुस्तकें अत्यंत ज्ञानवर्धक, उपयोगी तथा वर्तमान पीढ़ी के लिए दिशा – दर्शक हैं। कार्यक्रम का संचालन जागृति प्रकाशन के स्वामी कृष्णानंद सागर ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के बंदना के साथ हुई तथा समापन वंदे मातरम के साथ। कार्यक्रम के बीच बीच मे जय श्री राम और भारत माता की जय की उद्घोष भी गुंजते रहे। कार्यक्रम मे योगाचार्य जी के द्वारा एक साथ मे दो शंखो से शंखनाद करना लोगों को अपने तरफ खीचा।