पटना एम्स में किया गया पोषण माह के दौरान कार्यक्रम का आयोजन

संतुलित आहार और पौष्टिक आहार लेने के प्रति किया जागरुक

समाज जागरण संवाददाता:- वेद प्रकाश पटना जिला

पटना/ जिला के फुलवारी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में रविवार को राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके दौरान संतुलित आहार लेने के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।
जानकारी के अनुसार कार्यक्रम के दौरान शिविर में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को उनके विश्लेषण के आधार पर आहार संबंधी परामर्श दिया गया। इस दौरान प्रोफेसर डॉ. जी.के. पाल ने संतुलित आहार के महत्व पर जोर दिया। जबकि अन्य अतिथियों ने स्वास्थ्य और पोषण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए पोषण विभाग की सराहना की। कार्यक्रम में पोषण क्रॉसवर्ड पहेली के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। पटना स्थित एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ जी के पाल ने बताया कि इस वर्ष का विषय “सुपोषित किशोरी सशक्त नारी” है। जिसका उद्देश्य लोगों में पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और एक संतुलित आहार के महत्व को समझाना है। उन्होंने बताया की एम्स पटना के आहार विशेषज्ञों ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, गर्भवती और धात्री महिलाओं, किशोरियों और बच्चों की स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया गया है। साथ ही विभिन्न ओपीडी में मरीजों को पौष्टिक भोजन के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए ओपीडी टॉक का आयोजन किया गया है। मौके पर पोषण विभाग ने “सार्वजनिक स्वास्थ्य में पोषण के महत्व” पर एक सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान पटना एम्स स्थित डीन एकेडमिक के प्रो. डॉ. प्रेम कुमार, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. डॉ. अनूप कुमार, एम्स के प्रशासनिक उप निदेशक नीलोत्पल बल और आयोजन सचिव डॉ. संगम झा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
जबकि तकनीकी सत्र में डॉ. मनोज कुमार व डॉ. अनिला सैमुअल ने मातृ और बाल पोषण पर चर्चा की। इसके बाद, पैनल चर्चा में डॉ. शिवानी डार और डॉ. पल्लवी श्रेष्ठा ने कुपोषण की पहचान, प्रबंधन और गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं के पोषण पर अपने विचार साझा किए।

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