भाई-बहनों के प्रेम और स्नेह रूपी त्यौहार के अवसर पर यातायात के नियमों के पालन के लिए दिलाये गये शपथ

 दैनिक समाज जागरण सत्यप्रकाश नारायण सहायक विधि संवाददाता/ धनंजय कुमार सहायक विधि संवाददाता बिहार झारखंड प्रदेश 
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश  सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, प्रणव शंकर के निर्देश  पर  आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बैनर तले जिले भर में प्रतिनियुक्त महिला पारा विधिक स्वयं सेवकों को यातायात के नियमों के प्रति भाईयों को जागरूक करने हेतु एक विषेष पहल किया गया जिसका प्रतिफल जिले भर से सुखद समाचार प्राप्त हुआ जिसमें कई महिला पारा विधिक स्वयं सेवकों ने अपने-भाईयों के साथ-साथ उसके दोस्त, परिवार तथा प्रत्येक जान-पहचान वाले लोगो से यातायात के नियमों के पालन हेतु जागरूक करते नजर आई जिसमें जहां भाईयों द्वारा अपने बहनों के रक्षा बन्धन के वचन के रूप में स्वयं का रक्षा करते हुए सभी नियमों का पालन का वचन लिया गया।  कई बहनों ने अपने भाईयों को रक्षा बन्धन में उपहार स्वरूप अपने भाईयों को हेलमेट दिया तथा कई बहनों ने अपने भाईयों से सड़क पर चलते हुए यातायात नियमों का पालन, कार में सीट बेल्ट दो पहिया वाहन चलाते समय हमेषा हेलमेट  का उपयोग जैसी विशेष  नियमों के प्रति भाईयों से वचन प्राप्त किया गया क्योंकि बिहार सरकार के द्वारा नये दिशा –निर्देश  के अन्तर्गत यातायात नियमों का पालन नहीं होने पर भारी भरकम जुर्माने का प्रावधान किया गया है साथ ही यातायात नियमों का पालन नहीं होने के कारण छोटी सी दुर्घटनाओं में भी जान जा रही है इसी को ध्यान में रखकर आज रक्षा बन्धन के अवसर को यातायात के नियमों को प्रत्येक व्यक्ति के पालन के रूप में मनाया गया एवं प्रेम और स्नेह का पर्व को यादगार बनाया गया।  
      महिला पारा विधिक  स्वयं सेवक माधुरी सिंह, रूपा मिश्रा ज्योति कुमारी, निर्मला कुमारी, इत्यादि ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार का पहल काफी अच्छा है जहां आज हमनें अपने भाईयों को हेलमेट देते हुए यह वचन लिया है कि वे दोपहिया वाहन चलाते समय इसका आवष्यक रूप से उपयोग करेंगें। इनके अतिरिक्त बेबी देवी, रूपा कुमारी, अनिता सिंह, गीता भारती, प्रियंका भारती,  रोमा पाठक, रूबी कुमारी, रूबी गुप्ता डॉक्टर शोभा रानी ने भी अपने भाई मिथिलेश कुमार को हेलमेट देकर यातायात नियमों का पालन करने के लिए शपथ दिलाई  इस पहल को सार्थक बनाने में अपनी भूमिका का निर्वह्न करते हुए खुषी का भाव जाहिर किया।