कपड़ा बाजार में लगी भीषण आग पर काबू पाने के लिए आपरेशन डॉक्टर्स

आगरा। हॉस्पिटल रोड, सिंधी बाजार से दवा बाजार फव्वारा मार्ग पर बुधवार दोपहर में एक के बाद एक कई दुकानों में आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटें तेज होती गईं और रोड के दोनों तरफ की दुकानों को चपेट में ले लिया। आसमान में धुआं ही धुआं और आग की लपटें दिखाई देने लगी। दुकानदार जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए। आपको बता दें आगरा और मंडल का सबसे बड़ा कपड़ा बाजार सिंधी बाजार है। जिसमें बुधवार को करीब 4 बजे भीषण आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग ऐसे समय में लगी जब बाजार में भीड़ अधिक रहती है, गनीमत रही कि गर्मियां चल रही हैं जिससे लोगों की आवाजाही बेहद कम है। कपड़े की दुकान में आग कैसे लगी अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है लेकिन एक के बाद एक दुकान आग की चपेट में आ गई और देखते ही देखते 12 दुकानें खाक हो गई। सूचना पर अग्निशमन विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। दमकल कर्मी आग बुझाने में जुटे हुए हैं।

वहीं आगरा के हॉस्पिटल रोड सिंधी बाजार के पास लगी भीषण आग से हर कोई दहशत में आ गया। आग की विकरालता इतनी अधिक थी कि दोनेां तरफ के रास्ते पूरी तरह से बंद हो गए। आग पर काबू पाने के लिए एक और जहां फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची तो वहीं एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स ने भी अपने भरसक प्रयास किए। एसएन मेडिकल के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता, डॉ. ब्रजेश शर्मा, डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने आग को बुझाने के लिए एक तरह से ‘आपरेशन डॉक्टर’ चलाया। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम हाउस का पीछे वाला गेटा खोला और नई सर्जरी विभाग की बिल्डिंग से फायर टेंडर के जरिए पानी की पाइपलाइन यहां से निकाल दी। इसके बाद डॉक्टरों ने भी अपनी तरफ से आग पर काबू पाने के लिए पूरे प्रयास किए। आग की भीषणता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आग की लिफ्ट है कई किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थी। दमकल कर्मियों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंच गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले एक दुकान में आग लगी, इसके बाद एक के बाद एक दुकान में आग फैलती गई, आग सिंधी बाजार की रेडीमेड गार्मेंट की दुकानों की तरफ बढ़ने लगी। इससे दुकानदारों के होश उड़ गए, सिंधी बाजार के दुकानदार भी बाहर निकल आए और आग पर काबू पाने के प्रयास करने लगे लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थी कि दुकानों के पास जाने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका।

प्रमोद कुशवाह कि रिपोर्ट