पार्थ-अर्पिता को 14 दिन की जेल हिरासत*

*समाज जागरण कोलकाता(सुमित पालित)
कोलकाता(बंगाल)पार्थर का विधायक पद छोड़ने का तरीका काम नहीं आया पार्थ-अर्पिता को दरासल जेल जाना पड़ा था। गौरतलब है कि पार्थ अर्पिता को लेकर काफी समय से प्रदेश की राजनीति सक्रिय है।ईडी जब एसएससी भ्रष्टाचार मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के घर की तलाशी लेने आई तो ईडी को पार्थर के घर से अर्पिता नाम की महिला के नाम से संपत्ति के कई दस्तावेज मिले। उसके सूत्रों के आधार पर, ईडी ने पर्थ के करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से लगभग 60 करोड़ रुपये, 1 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण, विदेशी मुद्रा, सोने के बाट, कई संपत्ति दस्तावेज और एसएससी नौकरी के उम्मीदवारों के कई प्रवेश पत्र जब्त किए।पार्थ-अर्पिता को गिरफ्तार किया गया था, पहले उनकी 12 दिन की ईडी हिरासत में माननीय कोलकाता उच्च न्यायालय द्वारा आदेश दिया गया था। ईडी की हिरासत कल समाप्त होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया। पार्थ चटर्जी के वकील ने कोर्ट को बताया कि उन्हें पार्थ चटर्जी के खिलाफ साजिश करके फंसाया गया है, यह पैसा उनका नहीं है, यहां तक कि वह अपना विधायक पद छोड़ कर जमानत भी दे सकते हैं. दूसरी तरफ ईडी ने अनुरोध किया कि पर्थ को जेल भेजा जाए. दोनों पक्षों के सवालों को सुनने के बाद हाई कोर्ट ने आखिरकार पार्थ-अर्पिता को 14 साल की जेल भेजने का आदेश दिया. दिन कोर्ट के आदेश के अनुसार वह 18 अगस्त तक जेल में है। पार्थ-अर्पिता को रहना है।