पूरे विश्व में जितने भी प्राणी हैं, सभी एक परमात्मा की संताने हैं- संत रामपाल जी महाराज*


कमल लोधा दैनिक समाज जागरण

चाचौड़ा: संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने रविवार को तहसील चाचौड़ा के ग्राम पटौदी में किया गया यह सत्संग एलइडी टीवी के माध्यम से दोपहर 12:00 बजे से किया गया आसपास के ग्रामों से बडी संख्या में श्रद्धालुओ ने सत्संग का लाभ उठाया

संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग में बताया हैं कि पूरे विश्व में जितने भी प्राणी हैं, सभी एक परमात्मा की संताने हैं। अज्ञानतावश सभी सुनी-सुनाई भक्ति साधनाओं पर आरूढ़ है गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में कहा गया है कि जो पुरुष शास्त्र विधि को त्यागकर मनमाना आचरण करते हैं, उसको ना कोई लाभ प्राप्त होता है और ना ही उनका मोक्ष होता है । अर्थात् व्यर्थ की साधना है। संत जी ने पवित्र चारों वेदों, पवित्र गीता जी, पवित्र कुरान,पवित्र 18 पुराण, पवित्र गुरुग्रंथ साहिब तथा पवित्र बाइबल से प्रमाणित करके बताया कि पूर्ण परमात्मा केवल एक है, उसका नाम कबीर है। वही सबके सृजनहार और सर्व सुखदाता प्रभु है।

सेवादारों ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि समाज से दहेज प्रथा, नशा, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचारी जैसे तमाम कुरीतियों को दूर करना है सत्संग में उपस्थित सेवादार करणदास, कमलदास, गणपत दास, ओमप्रकाश दास, सर्जन दास, सुधा दासी, आरती दासी आदि भगत और बहने सेवा करते हुए नजर आए