पुतुल कलाकारों ने मुंशी प्रेम चंद्र जी को किया नमन

स्वदेश संवाद फोटो सहित
हरदोई।क्रिएटिव पपेट थिएटर ट्रस्ट वाराणसी द्वारा ऑनलाइन/ऑफ लाइन कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी की जन्म जयंती पर सभी कलाकारों और सदस्यों ने प्रेमचंद जी को याद किया और उनकी कार्यों को समाज में पहुंचाने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया।
संस्था की ओर से सभी अतिथियों का स्वागत मिथिलेश दूबे ने किया और मंच संचालन मशहूर रंगकर्मी जॉयदेव दास ने काफी शानदार तरीके से किया ।

कार्यक्रम के आरंभ में प्रेमचंद जी के चित्र पर मुख्य अतिथि शास्त्री अवध राज के साथ अन्य अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात मुंशी प्रेमचन्द और देश भक्ति नामक डिजिटल कठपुतली नाटक का उद्घाटन विशिष्ट अतिथि के रूप में आए अजय जी ने किया। नाटक में मुंशी प्रेमचन्द जी के कुछ घटनाओं को दर्शाया गया हैं जैसे कि प्रेम चंद्र जी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बातों से प्रेरित होकर देश हित में लिखना प्रारंभ किया। प्रेमचंद जी ने अंग्रेजी को कभी सलाम नहीं किया। अंग्रेजो ने उनके “सोजे वतन” पुस्तक प्रतिबंधित कर दिया। फिर भी वो झुके नहीं।नाम प्रवर्तित कर लिखना जारी रखा।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शास्त्री अवध राज, विशिष्ट अतिथि अजय जी ,संस्था की सचिव रम्भा सिंह,संस्था के संस्थापक मिथिलेश दूबे,मशहूर रंगकर्मी जॉयदेव दास साथ में कठपुतली कलाकार विशाल कुमार विश्वकर्मा,गौरव श्रीवास्तव,अनिल कुमार,विशाल भारती, सूरज, डा. मनीषा सिंह,अन्य सदस्य की सक्रिय भागीदारी रही।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि अवध राज शास्त्री ने मुंशी प्रेमचन्द जी के बारे में विस्तार पूर्वक उनके जीवनी की व्याख्या किया जिसमे प्रेमचंद के बचपन से लेकर जीवन के अंत तक की कहानी को एक साथ समायोजित करके भावपूर्ण तरीके से बताया।बात ही बात में बनारस की पुरानी लयत्मकता और महत्वपूर्ण बाते उभर आई।